हाथरस। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह गहलौत ने लोक डाउन के चलते हिंदू ह्रदय सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती परिवार के साथ घर पर मनाई सर्वप्रथम उनके छवि चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर उनका परिचय देते हुए बताया वे अंतिम हिंदू राजा थे उन्होंने अजमेर से लेकर दिल्ली तक अपना साम्राज्य स्थापित किया वे बचपन से ही कुशल योद्धा थे उन्हें शब्दभेदी बाण में महारत हासिल थी उन्होंने सत्तरह बार मोहम्मद गौरी को युद्ध में परास्त करने के बाद उसे जीवन दान दिया लेकिन अठ्ठारहवीं बार जयचंद द्वारा मोहम्मद गौरी का साथ दिए जाने पर उन्हें युद्ध क्षेत्र में परास्त होना पड़ा इसी कारण मोहम्मद गौरी बंदी बनाकर उन्हें अपने साथ ले गया सजा के तौर पर मोहम्मद गौरी ने उनकी दोनों आँखे गर्म सलाखों से फुड़वा दी चन्द्रवरदाई पृथ्वीराज के बचपन के मित्र और राजकवि भी थे चन्द्रवरदाई ने मोहम्मद गौरी से शब्दभेदी बाण के कला प्रदर्शन की इच्छा जाहिर की तो मोहम्मद गौरी ने इस कला को देखने के लिए एक आयोजन की आज्ञा दे डाली उसी आयोजन में चन्द्रवरदाई द्वारा पंक्तियां बोलकर संकेत दिया गया
‘चार बाँस चौबीस गज अंगुल अष्ट प्रमाण,
ता ऊपर सुल्तान है मत चूके चौहान
जैसे ही गौरी ने पंक्ति सुनकर शाबाश शब्द बोला वैसे ही पृथ्वीराज चौहान ने उसे शब्दभेदी बाण से मार डाला कार्यक्रम में मीनाक्षी गहलौत, गगनदीप गहलौत, नम्रता गहलौत, हर्षिता गहलौत थे।