सादाबाद। प्रदेश सरकार द्वारा उपनिबंधन कार्यालयों में पीपीपी मॉडल पर फ्रंट ऑफिस सिस्टम लागू किया जा रहा है। इसके विरोध में सोमवार से सादाबाद तहसील के दस्तावेज लेखकों, स्टांप वेंडरों आदि अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल शुरू कर दी। दस्तावेज लेखक व स्टांप वेंडर सब रजिस्ट्रार कार्यालय में धरना देकर बैठ गए। दी बार एसोसिएशन सादाबाद के अधिवक्ताओं ने भी इस हड़ताल को अपना समर्थन प्रदान किया है। धरना प्रदर्शन के दौरान फ्रंट ऑफिस सिस्टम के विरोध में नारेबाजी की गई।
दस्तावेज लेखक संघ के अध्यक्ष राजकुमार दीक्षित ने कहा कि फ्रंट ऑफिस खुलने से रोजगार चौपट हो जाएगा। यदि फ्रंट ऑफिस खुला तो रजिस्ट्री कराने का काम प्राइवेट कंपनी के अधीन हो जाएगा। इससे दस्तावेज लेखक बेरोजगार हो जाएंगे। उन्होने बताया कि पीपीपी मॉडल पर निबंधन मित्र रखकर दस्तावेज लेखकों, अधिवक्ताओं व फोटोग्राफरों के साथ ही फोटो स्टेट आदि करने वालों को बेरोजगार बनाने का काम किया जा रहा है। सरकार के इस फैसले से बैनामा लेखकों के अन्य काफी लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा, जिससे सैकड़ों परिवार प्रभावित होंगे। इसलिए सरकार को अपने फरमान में सुधार करना चाहिए। दी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र पाराशर व पूर्व सचिव अनिल दीक्षित द्वारा भी दस्तावेज लेखकों की हड़ताल का समर्थन किया गया और कहा कि अधिवक्ता भी उनके साथ हैं। मौके पर बसपा नेता डॉ. अविन शर्मा ने भी पहुुंचकर हड़ताल का समर्थन किया। इस दौरान दस्तावेज लेखक विश्वेंद्र प्रताप सिंह, मानू जैसवाल, श्यामसुंदर गिरी, नीरज कुमार, हरिओम गिरी एड., सत्यपाल सिंह, दिनेशचंद्र, तपन जौहर, हजारीलाल सक्सैना, देवेंद्र कुमार, मोहर सिंह, सुरेशचंद्र कुशवाहा एड., बहादुर सिंह, राजबहादुर, राजू जैसवाल, मुकेश कुमार, दुष्यंत शर्मा, वरूण जैसवाल, नेत्रपाल सिंह सहित अन्य काफी लोग मौजूद रहे।