सादाबाद। गांव मानिकपुर में चल रही श्रीमदभागवत कथा में सोमवार को कथा व्यास मदनमोहन शरण जी महाराज ने धु्रव चरित्र व भक्त प्रहलाद की कथा के प्रसंग का वर्णन किया। कथा व्यास ने कहा कि भक्त प्रह्लाद और ध्रुव को अपने जीवन में कठिन परीक्षाओं का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने भगवान का नाम कभी नहीं छोड़ा। उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि ईश्वर प्राप्ति में आयु कोई बाधा नहीं है, जिसका प्रमाण है कि बाल भक्त ध्रुव को अल्पायु में ही भगवान के दर्शन प्राप्त हुए। व्यास जी ने परमात्मा प्राप्ति के दो मार्ग बताए सद्मार्ग, जिसे भक्त प्रह्लाद ने अपनाया और असद मार्ग, जिससे हिरण्यकश्यप को मोक्ष मिला। उन्होंने श्रोताओं को समझाया कि जीवन की वास्तविकता को समझते हुए हर पल सत्कर्म और भगवान का भजन करना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में मुख्य यजमान ने व्यास पीठ की आरती की। इस मौके पर अमरवीर सिंह, ओमवती, शिशुपाल शर्मा आदि थे।