समाज को आर्थिक बुराइयों के प्रति जागरूक करता है अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत

अलीगढ़ । श्याम नगर अलीगढ़ स्थित भारतीय मजदूर संघ कार्यालय में आज आयोजित प्रेस वार्ता में अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के जिलाध्यक्ष प्रमोद बंसल ने अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के उद्देश्य एवं कार्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत एक ऐसा संगठन है जो ग्राहक के हितों में कार्य करता हैं। इस धरती पर प्रत्येक प्राणी अपने जन्म के पूर्व से (मां के गर्भ से) अपनी मृत्यु तक एक ग्राहक है। एक शोषण मुक्त समाज की स्थापना इसका मुख्य उद्देश्य है।
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के प्रांतीय सह संगठन मंत्री राजेन्द्र अग्रवाल-एडवोकेट ने प्रेस वार्ता में बताया कि पंचायत की स्थापना वर्ष 1975 में पूजनीय बिंदु माधव जोशी द्वारा महाराष्ट्र में आई त्रासदी के समय की गई। उन्होंने अपने साथियों के साथ वहां देखा की आमजन को उस त्रासदी में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उसी से द्रवित हो उन्होंने ग्राहक हित के एक संगठन की स्थापना की, जो आज पूरे देश में प्रत्येक राज्य एवं जिले में स्थापित है।
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के सोशल मीडिया प्रभारी यतीश चंद्र गुप्ता(सेवानिवृत्त सहायक निदेशक सूचना) ने बताया कि ग्राहक पंचायत का मुख्य लोगो “ग्राहक ही राजा” है । ग्राहक पंचायत नाम ही इस संगठन के कार्य शैली को प्रदर्शित करता है। ग्राहक, कंज्यूमर से अलग होता है। ग्राहक वह है जो किसी भी वस्तु को मन, बुद्धि व आत्मा से ग्रहण करता है, ना कि सिर्फ इच्छा से। किसी भी वस्तु का इच्छा अनुसार उपभोग करना उपभोक्ता का कार्य है। जबकि ग्राहक उसे बुद्धि व आत्मा से आत्मसात करता है। ग्राहक पंचायत की कार्यप्रणाली पंचायती प्रणाली पर आधारित है। जिसका मुख्य उद्देश्य किसी भी समस्या का हल संवाद, समन्वय व समाधान पर आधारित है, ना कि विरोध और नारेबाजी व आंदोलन पर ग्राहक पंचायत का कार्यकर्ता समाज के लोगों की पीड़ा को मन व आत्मा से महसूस कर, उसकी पीड़ा को दूर करने का कार्य करता है, और यह कार्य वह उस व्यक्ति को स्वावलंबी बनाने, स्वयं उस समस्या के निदान हेतु उठ खड़े होने के ऊपर ही आधारित होता है। ग्राहक पंचायत का कार्यकर्ता टोकने रोकने और अंत में विरोध करने पर विश्वास करता है। यदि हम किसी समस्या को शुरू में ही टोके तो वह समस्या इतनी नहीं बढ़ेगी कि उसका विरोध करना पड़े। यदि टोकने से काम ना चले तभी उसको रोकने की उपाय किए जाने पर ग्राहक पंचायत का जोर रहता है और यह उपाय संवाद से ही पूर्ण किए जाते हैं। आपसी सहमत से किए जाते हैं।
पिछले लगभग 45 वर्षों में ग्राहक पंचायत की कार्य पूरे देश के सभी प्रांतों में स्थापित हुआ है । जन समस्या, जहां पर भी धन के बदले कोई कार्य किया जाता है वहां ग्राहक पंचायत का कार्य क्षेत्र आ जाता है । पूर्व से टेलीफोन में, बिजली में, नगर निगम में, विकास प्राधिकरण में, रियल स्टेट में, खाद्य पदार्थों में, अस्पतालों में, चिकित्सा में सभी जगह इसका कार्य क्षेत्र है। यहां तक कि विद्यालयों में भी छात्रों के बीच इस का कार्य क्षेत्र है। वर्तमान में ग्राहक पंचायत की राष्ट्रीय टोली ने पांच आयामों पर कार्य करने के हेतु अलग अलग लोगों को दायित्व दिए हैं। यह पांच क्षेत्र आहार, व्यवहार, आवास निवास, शिक्षण, एवं आरोग्य हैं। जिस पर ग्राहक पंचायत तेजी से कार्य कर रहा है।
शोषण मुक्त समाज की स्थापना ग्राहक पंचायत का प्रमुख उद्देश्य है। गरीब से गरीब, नीचे से नीचे तबके के व्यक्ति की समस्याओं का समाधान कर, उसे उठ खड़ा होकर समाज की आर्थिक बुराइयों के प्रति संघर्ष करना सिखाने का कार्य ग्राहक पंचायत करता है।

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