सीडीओ ने विकास खण्ड कार्यालय मुरसान का किया आकस्मिक,दिए निर्देश

हाथरस। मुख्य विकास अधिकारी पी एन दीक्षित ने विकास खण्ड कार्यालय मुरसान का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय श्री देवेन्द्र सिंह, संयुक्त खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित मिले। कार्यालय में श्री ज्ञानदीप शर्मा स०वि०अ० (आई०एस०बी०), श्री रमेश चन्द्र स०वि०अ० (कृ०२०), श्री कृष्णकांत स०वि०अ० (पं०), श्री सुनील कुमार शर्मा अवर अभियंता (ल०सिं०), श्री रघुराज सिंह वरि० सहा०, श्री कृष्णा शर्मा कनिष्ठ सहा०, श्री सुरेन्द्र सिंह बोरिंग टैक्नीशियन तथा श्री देवेन्द्र सिंह बी०ओ० (पी०वी०डी०) तैनात हैं।

श्री हरिओम कुशवाह अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा, श्री निखिल भारद्वाज ब्लाक सोशल आडिट कोआर्डीनेटर, श्री हरिप्रसाद गोला तकनीकी सहायक, श्री सूरज मोहन सक्सैना तकनीकी सहायक, श्री विवेक कुमार बी०एम०एम०, श्री लोकेश शर्मा बी०एम०एम०, श्री गौरव कुमार कम्प्यूटर आपरेटर, श्री प्रवीन कुमार शर्मा तकनीकी सहायक, श्री अतुल कुमार सिंह तकनीकी सहायक, श्री विपिन राना तकनीकी सहायक, श्री विमल कुमार तकनीकी सहायक, श्री नितिन चौधरी क०आ० मनरेगा, श्री सतीश कुमार लेखा सहायक मनरेगा तैनात हैं।

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत कार्य की समीक्षा की गई। विकास खण्ड में 665 स्वयं सहायता समूह गठित हैं, जिनमें 6817 परिवार के सदस्य जुड़े हुये हैं। सी०सी०एल० का लक्ष्य 170 के सापेक्ष 164 सी०सी०एल० की पत्रावलियों बैंकों में प्रेषित की गई हैंजिनमें से 136 समूहों का सी०सी०एल० धनराशि वितरित करदी गई है, 29 समूहों की पत्रावलियों बैंकों में स्वीकृति हेतु लम्बित हैं, खण्ड विकास अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी (आई०एस०बी०) को बैंकों से सम्पर्क कर लम्बित पत्रावलियों को स्वीकृत कराये जाने के निर्देश दिये गये। लखपति दीदी का लक्ष्य 1120 है जिसके अन्तर्गत 580 लखपति दीदी हैं। श्रीमती पूनम पाठक शेरावाली माता स्वयं सहायता समूह की लखपति दीदी हैं, बीमा सखी हैं, जो मनरेगा कार्यों की महिला मेठ भी हैं। शंकर स्वयं सहायता समूह की सदस्या श्रीमती सोनी तौमर से वार्ता की गई इनके द्वारा अवगत कराया गया कि वह बैंक सखी के रूप में कार्य करती हैं साथ ही एल०ई०डी० बल्ब बनाये जाने की ट्रेनिंग देती हैं, एल०ई०डी० बल्ब बनाती भी हैं। बताया गया कि 10 वॉट का बल्ब 40 रू0 में बिकी करती हैं लगभग 3000-4000 रू० की आमदनी होती है। इनको जी०एस०टी० में पंजीकरण कराये जाने के निर्देश दिये गये तथा दीपावली पर झालर आदि बनाये जाने, जूट के बैग बनाये जाने तथा एल०ई०डी० बल्ब का कारोबार बढ़ाये जाने के निर्देश दिये गये। खण्ड विकास अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी (आई०एस०बी०) को समूहों को दूध, मसाला आदि बनाये जाने हेतु बढ़ावा दिये जाने के निर्देश दिये गये, जिनका प्रयोग विद्यालयों में एम०डी०एम० में किया जा सकता है, जिससे समूहों की आय में वृद्धि होगी। बताया गया कि विकास खण्ड में ग्राम पंचायत बाद न० अठवरिया में दो समूह शहद का कार्य कर रहे हैं, जिनका एफ०एस०एस०ए०वआई० एवं जी०एस०टी० में पंजीकरण भी है, इनके शहद की ऑन लाइन संस्थाओं में भी बिकी की जा रही है।

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