हाथरस जंक्शन पुलिस पर मामले में सुनवाई नहीं करने का आरोप
हाथरस। अपने पति के जीवित या मृत होने की जानकारी को पीड़िता दर दर भटक रही है। दर दर भटक रही है। राज्य महिला आयोग की सदस्य के पास पहुँचकर न्याय की मांग की है। मिलकर लिखित शिकायती पत्र सौपा वही हाथरस जंक्शन पुलिस पर मामले में सुनवाई नहीं करने का आरोप भी पीड़िता ने लगाया है। पीड़ित महिला को सुनने के बाद राज्य महिला आयोग की सदस्य ने कार्यवाही के निर्देश दिये है।
बर्फ खाना जलेसर रोड हाथरस निवासी पिंकी पुत्री सोनपाल न्याय के लिये राज्य महिला आयोग की सदस्य रेनू गौड़ की अध्यक्षता में हुई महिला जनसुनवाई में पहुँची। पिंकी ने महिला आयोग की सदस्य को सौपे पत्र में कहा है कि प्रार्थिया का विवाह दिनांक 27.11.2021 को विनोद पुत्र श्री मुन्नालाल नि०ग्राम मानी माहौ हाथरस जंक्शन जनपद हाथरस के साथ हिन्दू रीतिरिवाज के अनुसार सम्पन्न हुआ था, जिसमें मेरे माता-पिता ने यथाशक्ति दान-दहेज भी दिया था। इस विवाह से मेरे दो संतान वर्तमान आयु 4 वर्ष है तथा पुत्र वर्तमान आयु 01 वर्ष है।मेरे विवाह के बाद से ही मेरी सास लौंगश्री, जेठ शेखर तथा जेठानी पुष्पा मुझे परेशान करते दे और मेरे छोटे बच्चों को दूध आदि भी नहीं देते थे, जिसके कारण मेरे पति मुझे व बच्चों को साथ लेकर हाथरस आ गये थे तथा यहीं पर मेहनत मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे।
दिनांक 01.03.2025 को मेरी सास लौंगश्री ने मेरे पति को फोन करके महौ बुलाया था, जिसके बाद मेरे पति तुरंत हाथरस से महौ चले गये थे। उसी दिन शाम को मेरे पति ने मुझे फोन करके बताया कि उनकी तबीयत खराब हो गयी है और उन्होंने पास के ही डा० गजेन्द्र से दवा ले ली है। दिनांक 02.03.2025 को मेरी मेरे पति से कोई बात नहीं हो पायी थी तथा दिनांक 03.03.2025 की सुबह मेरी ससुराल के पड़ोसियों ने मुझे फोन करके बताया कि दिनांक 02.03.2025 की शाम को मेरे पति की मृत्यु हो गयी थी तथा मेरे ससुरालीजनों, मेरे पति के मामा प्यारेलाल, डा० गजेन्द्र व ग्राम प्रधान ऋषि ने मिलकर रात में ही मेरे पति का अंतिम संस्कार कर दिया है। यह सूचना मिलते ही मैं तत्काल अपने परिजनों के साथ अपनी ससुराल महौ चली गयी थी, परन्तु वहाँ मौजूद मेरे ससुरालीजनों ने मुझे मेरे पति की मृत्यु तथा मुझे बिना बताये उनका अंतिम संस्कार कर दिये जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी और मेरे व मेरे परिजनों के साथ गाली-गलौज व मारपीट पर उतारू हो गये थे, जिसके बाद हम थाना हाथरस जंक्शन गये थे और इस संदर्भ में अपनी लिखित तहरीर दे दी थी।
थाना हाथरस जंक्शन के उ०वि०/विवेचक राकेशचन्द्र ने मेरे पति की मृत्यु फांसी लगा लेने के कारण होने तथा उनका अंतिम संस्कार विना पुलिस व मुझे सूचित कर दिये जाने का कह कर अपनी जाँच आख्या में अंकित किया है तथा क्षेत्राधिकारी सिकन्द्राराऊ ने पत्रकारों को दिये अपने बयान में मेरे पति की मृत्यु हार्ट अटैक के कारण होने की बात कही है, जबकि मेरे ससुराल के पड़ोसियों ने मेरे पति की मृत्यु शराब में जहर दिये जाने के कारण होने की बात कही थी।
आज तक मुझे इस बात का कोई प्रमाण नहीं मिला है कि मेरे पति की मृत्यु हो गयी है अथवा नही। उनकी मृत्यु हो गयी है तो मृत्यु का कारण। क्या था और मुझे बताये बिना उनका अंतिम संस्कार कब, किसके द्वारा और कहां कर दिया गया था।
थाना हाथरस जंक्शन पुलिस इस मामले में मेरी कोई सुनवाई नहीं कर रही है और मैं अपने पति के जीवित या मृत होने तथा मृत होने पर मृत्यु के कारण का पता लगाने के लिये दर-दर भटक रही हूँ।
प्रार्थिया का विनम्र निवेदन है कि थाना हाथरस जंक्शन पुलिस को निर्देशित कर मेरे ससुरालीजनों से कडाई के साथ पूछताछ करवाते हुये मुझे मेरे पति के बारे में पूरी जानकारी दिलवायी जाये तथा मेरे पति की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु होने की पुष्टि होने पर आरोपियों के विरूद्ध कोर दण्डात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
कुल 09 प्रकरण हुये प्राप्त
मा0 सदस्या, राज्य महिला आयोग उ0प्र0 श्रीमती रेनू गौड की अध्यक्षता में महिला उत्पीड़न की रोकथाम एवं पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाये जाने तथा आवेदक/आवेदिका की सुगमता के दृष्टिगत महिला जन सुनवाई/समीक्षा बैठक का आयोजन तहसील सदर सभागार कक्ष, अलीगढ़ रोड़ हाथरस में किया गया।
बैठक के दौरान 07 घरेलू हिंसा के, 01 सम्पत्ति एवं 01 छेडखानी व झगडें से सम्बन्धित कुल 09 प्रकरण प्राप्त हुये जिनकी सुनवाई करने के साथ ही राज्य महिला आयोग की मा0 सदस्या श्रीमती रेनू गौड ने सम्बन्धित अधिकारियों को नियमानुसार यथाशीघ्र कार्यवाही कराने के निर्देश दिये। इस दौरान उन्होंने महिला थाने से प्राप्त प्रकरणों के बारे में समीक्षा की और लम्बित प्रकरणों को यथाशीघ्र निस्तारण करने के दिशा निर्देश दिये।
इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 राजीव रॉय, जिला प्रोबेशन अधिकारी सीमा मौर्या, जिला कार्यक्रम अधिकारी धीरेन्द्र कुमार उपाध्याय, श्रम प्रवर्तन अधिकारी मौ0 आजम, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी स्वाती भारती, प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक , सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी शशीवाला, संरक्षण अधिकारी विमल कुमार शर्मा, वन स्टॉप सेन्टर केन्द्र प्रबन्धक मनीषा भारद्वाज, फारिहा नौशी, पीएलवी साहब सिंह, वैष्णो देवी, बन्टी कुशवाह, मोहित एवं पुलिस विभाग से नीतू यादव, अरविन्द कुमार राठी, गोल्डन शर्मा आदि उपस्थित रहे।
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