चुनावी मौसम में भाजपा-कांग्रेस के बीच वार-पलटवार की राजनीति जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार आरोप लगा रहे हैं कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है तो वे अयोध्या में राम मंदिर पर बाबरी ताला नहीं लगा सकते हैं। इसकी को लेकर प्रियंका गांधी ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि यह सरासर झूठ है। कांग्रेस ने बार-बार कहा है कि हर कोई (सर्वोच्च न्यायालय के) फैसले का सम्मान करेगा और हमने यही किया है और आगे भी करते रहेंगे।
असदुद्दीन औवेसी को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं आपको बार-बार बता रही हूं। वह सीधे तौर पर बीजेपी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। जहां भी भाजपा को अन्य दलों को पीछे धकेलने के लिए किसी को मैदान में उतारने की जरूरत है, वह ऐसा कर रहे हैं। तेलंगाना चुनाव में ये बात बिल्कुल साफ हो गई है। पीएम मोदी के ‘राहुल गांधी ने ‘अंबानी-अडानी’ को गाली देना बंद किया’ वाले बयान पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि ऐसा लगता है कि पीएम मोदी भी उनका नाम लेने को मजबूर हैं। उन्होंने जो कहा कि राहुल गांधी ने उनका नाम लेना बंद कर दिया है, ये बिल्कुल गलत है। वह हर दिन उनके बारे में बोल रहे हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनौती दी कि वह इस बात की जांच सीबीआई या ईडी से कराएं कि क्या उद्योगपति अडाणी और अंबानी ने उनकी पार्टी को काला धन भेजा है। साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि क्या मोदी उद्योगपतियों द्वारा ‘‘टेम्पो से पैसा भेजने’’ को लेकर अपना व्यक्तिगत अनुभव साझा कर रहे हैं। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी की उस टिप्पणी पर पलटवार किया, जिसमें मोदी ने एक चुनावी रैली में कांग्रेस नेता पर हमला करते हुए कहा था कि उन्होंने (राहुल) अपने हमलों में अडाणी और अंबानी का नाम लेना क्यों बंद कर दिया है और क्या उन्हें इसके बदले इन उद्योगपतियों से पैसा मिला है। प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए गांधी ने एक वीडियो संदेश में पूछा कि क्या मोदी उद्योगपतियों द्वारा भेजे जा रहे पैसों के बारे में अपने ‘‘व्यक्तिगत अनुभव’’ के आधार पर बोल रहे हैं।