डॉ. आंबेडकर का पूरा जीवन संघर्ष, सत्यनिष्ठा, लगन व वंचित वर्ग के प्रति रहा समर्पित

पत्रकार सुनील कुमार के संयोजन में मेला प्रांगण में आयोजित की गई बाबा साहेब डॉ.भीमराव आंबेडकर की विचार गोष्टी
हाथरस। श्री दाऊजी महाराज के मेला प्रांगण में डा. भीमराव अंबेडकर विचार गोष्टी का आयोजन भव्य तरीके से आयोजित किया गया। जिला उपाध्यक्ष सहकारी क्रय-विक्रय समिति व दीन बंधु इन्डस्द्रीज के प्रबंधक पंकज प्रेमाकर ने फीताकर काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया, मुख्य अतिथि विजयगढ़ के चेयरमैन संजीव काका रहे। वक्ताओं ने बाबा साहब के जीवन दर्शन पर विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही डॉ. आंबेडकर के विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। उन्होने बाबा साहेब डाक्टर भीमराव अंबेडकर के विचारो पर प्रकाश डाला। वही रामवीर सिंह भैया जी ने डॉ. आंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। आरसी गोला ने कहा कि डॉ. आंबेडकर का पूरा जीवन संघर्ष, सत्यनिष्ठा, लगन व वंचित वर्ग के प्रति करुणा का प्रतीक है। अप्रैल को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई जाती है। इस दिन साल 1891 को मध्य प्रदेश के महू के एक गांव में भीमराव अंबेडकर का जन्म हुआ था। बचपन से ही उन्हें आर्थिक और सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ा। स्कूल में छुआछूत और जाति-पाति का भेदभाव झेलना पड़ा। विषम परिस्थितियों के बाद भी अंबेडकर ने अपनी पढ़ाई पूरी की। ये उनकी काबलियत और मेहनत का ही परिणाम है कि अंबेडकर ने 32 डिग्री हासिल की। विदेश से डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद भारत में दलित समाज के उत्थान के लिए काम करना शुरू किया। संविधान सभा के अध्यक्ष बने और आजादी के बाद भारत के संविधान के निर्माण में अभूतपूर्व योगदान दिया। जीवन के हर पड़ाव पर संघर्षों को पार करते हुए उनकी सफलता हर किसी के लिए प्रेरणा है। कार्यक्रम के सयोंजक सुनील कुमार और सहसंयोजक रवि गौतम ने आये सभी लोगो का आभार व्यक्त किया। मंचासीन पर उपस्थित विजय सिंह प्रेमी, लल्लन बाबू एडबोकेट, समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ब्रजमोहन राही, योगेश केसरी, राज कुमार भास्कर, अगिम प्रिय सत्सगी, बंटी भैया, सुषमा सिंह, संजय सेठ, सरदार सुरजीत सिंह, अजय सागर, चौधरी राघवेन्द्र सिंह, आदि थे।

error: Content is protected !!