लाल बहादुर शास्त्री स्मृति सम्मान से कृषक साहित्यकार सम्मानित

हाथरस। बृज कला केन्द्र एवं राष्ट्रीय कवि संगम के द्वारा राधा कृष्ण कृपा भवन आगरा रोड पर पूर्व प्रधानमंत्री की 57 वीं पुण्यतिथि पर स्व लालबहादुर शास्त्री स्मृति सम्मान से विधीपुर ऐंहन के कृषक सुकवि
जसवीर सिंह सिंसोंदिया को सम्मानित किया गया।
चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य अध्यक्ष बृज कला केन्द्र के संयोजकत्व एवं राष्ट्रीय कवि संगम के दक्षिण भारत प्रभारी आशु कवि अनिल बौहरे के संचालन में कवियों ने लाल बहादुर शास्त्री जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए रचनाएं पढी।
श्रीमती वीना गुप्ता, हरीशंकर बर्मा,ॠषी कुमार कौशिक, गिर्राज सिंह गहलौत ने शास्त्री जी के अनेकों संस्मरण सुनाते हुए शास्त्री जी को महामानव बताया।इसके बाद काव्य पाठ करते हुए कहा—
राना मुनी प्रताप ने कहा
अपनी रक्षा हम स्वयं करें।
अवतार नहीं लेगा कोई भी।
जसवीर सिंह सिंसोंदिया ने कहा
सबसे सुंदर है इस दुनिया में,
शास्त्री का भारत प्यारा है।।
आशु कवि अनिल बौहरे ने कहा
जय जवान जय किसान का नारा।
देने बाला शास्त्री, है सबसे प्यारा।डा उपेन्द्र झा ने कहा
मैंनै चिन्ता छांडि द्ई सिगरी।
मेरौ तौ रक्षक कृष्ण मुरारी है।
चांद हुसैन चांद ने पढा
आत्म शांति के लिए,
विनती कृपा निधान।
कार्यक्रम अध्यक्ष देवेश आसू ने
देश पर बलिदान हो जाना।
कोई काम आसान नहीं है।।
दीपक रफी ने कहा
तेरी महिमा गाकर मां,
लाल बहादुर बुलाऊं मैं।
चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य ने शास्त्री जी को महापुरुष महात्यागी बताया। संचालक आशु कवि अनिल बौहरे ने कहा शास्त्री जी
प्रात: स्मरणीय महान सपूत कभी कभी पृथ्वी पर पधारते हैं।
इस अवसर पर कपिल नरूला,सन्तोष उपाध्याय,सौदान सिंह ऐंहन,अजय दुबे,बोलो,रामचरन लाल, कालीचरण बघेल आदि उपस्थित थे।

error: Content is protected !!