गंगचोली प्रधान गौरव प्रताप सिंह के संयोजकत्व में लाडपुर में लगे रक्दान शिविर में 167 रक्तदानियों ने रक्तदान

हाथरस,रक्तदान शिविरों का उद्देश्य और महत्व बहुत अधिक है, और ये शिविर रक्त की आपूर्ति के लिए जरूरतमंदों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक हृयूमन राइट्स के तत्वावधान एवं गौरव प्रताप सिंह प्रधान गंगचौली के संयोजकत्व मे एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन श्रीमती अंगूरी देवी नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, लाढ़पुर किया गया
लाढ़पुर मे रक्तदानियों का जन सैलाब उमड़ पड़ा 167 रक्तदानियों ने रक्तदान कर रच दिया इतिहास मेले जैसे सरीखा माहौल बन गया
रक्तदान की आवश्यकता के बारे मे वक्ताओं ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर रक्तदान शिविरों का आयोजन करके ग्रामीण समुदाय को रक्तदान में भाग लेने का अवसर मिलता है, जिससे समाज में एकता और सहयोग की भावना बढ़ती है। रक्तदान महादान एक बहुत ही महत्वपूर्ण और पुण्य का कार्य है, जिससे किसी की जिंदगी बचाई जा सकती है। रक्तदान करने से ना केवल मरीजों की जान बचाई जा सकती है, बल्कि यह समाज के प्रति एक महत्वपूर्ण योगदान भी है।रक्तदान शिविरों का उद्देश्य लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे अधिक से अधिक लोगों को रक्तदान करने का अवसर मिलता है रक्तदान से आप किसी की जिंदगी बचा सकते हैं, जो दुर्घटना, ऑपरेशन या बीमारी के कारण रक्त की कमी से जूझ रहा हो रक्तदान करने से आपको नियमित स्वास्थ्य जांच का अवसर मिलता है, जिससे आप अपने स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है रक्तदान करना समाज सेवा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे आप दूसरों की मदद कर सकते हैं। शिविर में रक्तदानियों को सुरक्षित सफर के लिए हेलमेट देकर प्रोत्साहित किया
राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वार्ष्णेय ने कहा कि एडीएचआर की मुहिम ग्रामीण स्तर पर भी जन-जन की मुहिम बनाना है जिससे हर घर में रक्तदानी हर वक्त मौजूद रहे
गंगचौली प्रधान गौरव प्रताप सिंह के संयोजकत्व की भूरी भूरी प्रशंसा की और कहा कि 167 संकलन बहुत बडी उपलब्धि है
शिविर की सफलता मे प्रवीन वार्ष्णेय,कार्यक्रम संयोजक गौरव प्रधान, देवेंद्र गोयल, उपवेश कौशिक, शैलेन्द्र सांवलिया,नवीन प्रधान,पुष्पेंद्र पाठक,रजीत चौधरी,अमित, कुलदीप चौधरी,श्याम सुंदर चौधरी,मनोज सिंह,ध्रुव उपाध्याय,विवेक,रवि जोशी जी, कुलदीप निबोरिया,कन्हैया प्रधान,अजय गुप्ता(कोल्ड वाले),तरुण गुप्ता, अनिल अग्रवाल, मदनलाल वार्ष्णेय,चौधरी इंद्रेश, चौधरी मुरारी, लक्ष्मी वार्ष्णेयआदि लोगों का सराहनीय योगदान रहा।

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