जिलाधिकारी द्वारा नवरात्र पर्व को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश

हाथरस । आगामी त्यौहारों को शान्तिपूर्ण ढंग से मनाये जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने आज कलक्टेªेट सभागार में कानून व्यवस्था की बैठक करते हुए अभियोजन कार्यो की समीक्षा की।
जिलाधिकारी ने न्यायालयवार अभियोजन अधिकारियों के द्वारा निस्तारित मुकदमों के बारे में जानकारी की। प्रभारी संयुक्त निदेशक अभियोजन ने बताया कि सत्र न्यायालय में 13 मुकदमों की सुनवाई की गयी जिसमें 03 केसों में सजा तथा 10 केसों में रिहा हुई है। सत्र न्यायालय मंे जमानत के लिये 156 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 78 जमानत पत्रो को अस्वीकार तथा 78 जमानत पत्रो को स्वीकृति दी गयी। जिलाधिकारी ने अभियोजन अधिकारी से कहा कि अपराधी चाहे जो भी हो, सजा पाने से बचना नहीं चाहिये-सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने अपराधियों को समाज के लिये नासूर बताते हुये कहा कि अपराधियों के प्रति कतई रहम न बरतते हुये सामाजिक हित में उनके अपराध की सजा बतौर उन्हें जेल भिजवाया जाना बहुत जरूरी है साथ ही निर्दोष लोगो को किसी भी प्रकार की समस्या न होने पाये। उन्होने महिला अपराधों से सम्बन्धित मुकदमों पर प्रभावी ढंग से कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी नेे आपराधिक मामलों में लिप्त अपराधियों को सजा दिलाने के लिये न्यायालयों में मुकदमों की प्रभावी ढंग से पैरवी करने के लिये अभियोजन अधिकारियों को कडे निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कानून के प्रति भय कायम करने और सजा काटने के लिये अपराधियों को जेल भिजवाने हेतु पुलिस और अभियोजन अधिकारी एकजुट होकर ठोस कदम उठायें।
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए नवरात्र पर्व को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। नवरात्र पर मूर्ति स्थापना स्थलों का निरीक्षण एवं मूर्ति स्थापना करने वाले आयोजकों से वार्ता करने के निर्देश दिये। परंपरागत स्थलों पर समारोहों की अनुमति दी जाए। अगर काई नए स्थल पर आवेदन की अनुमति मांगता है, तो स्थलीय निरीक्षण कर विचार करने के बाद अनुमति दी जाए। सडकों पर शिविरों का आयोजन नहीं किया जाए। कोरोना के दृष्टिगत मूर्ति स्थापना स्थलों तथा विसर्जन के दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराना सुनिश्चित करे। स्थापना स्थलों को नियमित रूप से सेनेटाइज कराना सुनिश्चित करे। लाउड स्पीकर की आवाज सीमित स्तर पर रखी जाये तथा रात्रि 10ः00 बजे के पश्चात कार्यक्रम का संचालन किसी भी दशा में नही होना चाहिए। सड़कों से हटकर शिविर लगाए जाएं, ताकि यातायात बाधित न हो। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी त्योहारों पर अपने मूवमेन्ट को बनाए रखें एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्यक्रम स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल उपलब्ध रहे और आने वाली भीड़ का सहयोग करते हुए लोगों की परेशानियों का दूर करें। मूर्ति स्थापना स्थल बनाए जा रहे हैं उनका भी निरीक्षण कर लें। सार्वजनिक स्थलो/सडको मे कार्यक्रमों का आयोजन न हों। कोई भी शोभा या़त्रा विना अनुमति के नही निकलना चाहिए। जिलाधिकारी ने जिले के सभी थाना क्षेत्रों में रहने वाले गणमान्य और जागरूक लोगों का डाटाबेस तथा कम्यूनिकेशन प्लान तैयार करने के लिये सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिये। उन्होने दुर्गा पूजा विसर्जन मार्गो का निरीक्षण करने के निर्देश दिये। वे अपने थाना क्षेत्र में शान्ति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये निरन्तर क्षेत्र भ्रमण करें और पर्याप्त सतर्कता बरतें। जिलाधिकारी ने सभी थाना अध्यक्षों से नवरात्रि के समय मूर्ति स्थापना स्थलों तथा मूर्ति विसर्जन स्थलों को चिन्हित करने के निर्देश दियें। आतिश बिक्री के लिये स्थल का मुआयना करने के पश्चात ही लाइसेंस दे। अवैध रूप से आतिश की बिक्री किसी भी दशा में नही होनी चाहिए। आतिश की दुकाने खुले स्थानों पर ही लगायी जाये। दुकानांे पर 200 लीटर पानी, बालू आदि की व्यवस्था उपलब्ध रहनी चाहिए। रावण दहन के उपरान्त सूचना उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे। उन्होने कहा कि यदि कही पर किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो तुरन्त अपने उच्चधिकारियों को सूचना उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे। उन्होने समस्त ईओं द्वारा अपने अपने क्षेत्रों में समुचित साफ सफाई की व्यवस्था करने एवं विद्युत तथा जल आपूर्ति में किसी भी प्रकार की समस्या नही आनी चाहिए सुनिश्चित किया जाये।
इस अवसर पर, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 जे0पी0 सिंह, ज्वाइंट मजिस्टेªट प्रेम प्रकाश मीणा, उप जिलाधिकारी सि0राऊ विजय शर्मा, उप जिलाधिकारी सासनी राजकुमार सिंह यादव, आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार, अभियोजन अधिकारी तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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