हाथरस। भारतीय जनता पार्टी के शहर अध्यक्ष शरद माहेश्वरी ने बताया 25 ,26 जून 1975 की काली रात को कोई भारतवासी लोकतंत्र प्रेमी भूल नहीं सकता, सत्ता सुख की खातिर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारत को आपातकाल के बंधनों में बांधकर भारत को एक जेल खाना बना दिया था, देश में संपूर्ण क्रांति का सपना लेकर चल रहे जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में लोकतंत्र प्रेमियों को और देश प्रेमियों को जेल में बंद कर दिया गया था, अखबार अखबारों पर ताले लग गए थे ,रेडियो वही बोलता था जो सरकार बोलती थी ,आपात काल के दौरान कांग्रेस ने आम आदमी की आवाज को कुचलने की कोशिश की थी इसका आधार धारा 352 के तहत असीमित अधिकार प्राप्त कर सरकार जब तक चाहे जब तक सत्ता में रह सकती थी, लोकसभा ,विधानसभा के लिए चुनाव की आवश्यकता नहीं थी, मीडिया और अखबार आजाद नहीं थे , सरकार कोई भी कानून पास करा सकती थी, मीसा कानून के तहत सरकार ने 3 लाख से अधिक देश प्रेमियों को देश भक्तों को जेलों में बंद कर दिया था कंस रूपी कांग्रेस का वध करने के लिए जेल में कृष्ण रूपी लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के नेत्रत्व मे ही जनता पार्टी का उदय हुआ ,सभी दलों ने संकल्प लिया जो लोकतंत्र की बात करने वाली भ्रष्ट कांग्रेस ने ही लोकतंत्र की हत्या की थी, आज सोनिया गांधी व राहुल गांधी, कम्युनिस्ट जो कि सबूत गैंग के रूप में बहुत बड़ी-बड़ी बातें करते हैं जिससे कि देश शर्मसार हो रहा है जबकि आज देश किन परिस्थितियों से गुजर रहा है जैसे कि कोरोना महामारी भारत के साथ चीन ब पाकिस्तान जैसे दुश्मन देश भारत के ऊपर हमला करने की साजिश कर रहे हैं और आज भारत में जयचंद जैसे लोग उन्हीं की भाषा बोल रहे हैं, बह कभी भी अपने नापाक मंसूबों मे कामयाब नहीं होंगे, देश की जनता यह सब जान चुकी है और पहचान चुकी हैं ,आने वाले समय में ऐसे जयचंदों को सबक सिखाने को तैयार है , लोकतंत्र की हत्या के काले दिन पर आक्रोश ब्यक्त करने वालों मे वरिष्ठ उपाध्यक्ष कृष्ण मुरारी वार्ष्णेय, अशोक गोला ,वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता कप्तान ,सुनील वर्मा एडवोकेट, हरीश सेंगर ,सुचिता जॉन, बबीता वर्मा ,महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष अखिलेश गुप्ता ,अर्जुन बाल्मीकि ,भूपेंद्र कौशिक ,दिलीप चौधरी, नरेश गुप्ता, प्रदीप गुप्ता , शालिनी पाठक, संतोष जोशी, राजकुमारी चौहान आदि लोग वीडियो संबाद मे उपस्तिथ थे।