महर्षि बाल्मीकि ने लेखनी से समाज को समरसता का मंत्र,संघ परिवार ने मनाया जन्मोत्सव

हाथरस। संस्कृत के महान विद्वान,कवि व रामायण के रचयिता महर्षि बाल्मीकि के प्राकट्य उत्सव पर आयोजित संघ परिवार के भव्य कार्यक्रम में मुख्य वक्ता श्री प्रेमकिशोर शर्मा,प्रधानाचार्य ने महर्षि बाल्मीक के जीवन से उनकी लेखनी से समाज को समरसता का मंत्र दिया गया। दुनिया के सबसे बड़े पात्र प्रभु राम ने किस तरह समाज के वंचितों को साथ लेकर काम किया,निषाद राज से मित्रता,शबरी के झूठे बेर खाना, वनवासी ,गिर वासी लोगो को संगठित करना और उन्हें समाज में मान्यता दिलाने का काम बाल्मीकि रामायण के माध्यम से किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ रोजगार भारती के जिला सयोजक सोरभ गुप्ता और बाल्मीकि समाज के बंधुओ द्वारा महर्षि बाल्मीकि के चित्र पर पुष्प व दीप प्रज्वलन किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचार प्रमुख मनोज अग्रवाल ने भी बाल्मीकि भगवान के आदर्शों पर प्रकाश डाला, अनेक बच्चों ने अपनी बहुत शानदार प्रस्तुति की।
इसी अवसर दूसरा कार्यक्रम बम्बा स्थित भोजा के नगला पर भारत विकास परिषद और संघ द्वारा संचालित निःशुल्क विधलय में बस्ती के बच्चों के साथ बाल्मीक जयंती मनाई, वंचित समाज के बच्चों ने बहुत सुंदर प्रस्तुति दी। भारत विकास परिषद के अद्यक्ष अनिल वार्ष्णेय, सचिव नरेश अग्रवाल,कोषाध्यक्ष तरुण अग्रवाल ने बच्चों को पारितोषिक भेट किये। विद्यालय के प्रभारी वीरी सिंह ने संचालन किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस समरसता के पर्व को अनेक स्थानों पर मना रहा है।

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