हाथरस । कश्मीर के पहलगांव में हुये आतंकी हमले के विरोध में आज हाथरस में ऐतिहासिक बन्द रहा। शहर के मुख्य बाजारों के साथ गालियों के दुकानदारों ने भी अपनी दुकानों की बंद रखकर अपना रोष प्रकट किया वहीँ जनपद की चारो तहसीलों और आसपास के कस्बों में भी बाजार बंद रहे। फैक्ट्रियों में भी कामकाज बन्द रहा। रेहड़ी पटरी वालों ने भी बन्द को समर्थन देते हुये काम नही किया। हाथरस के समस्त व्यापार मंडल, सामाजिक संगठन, धार्मिक संगठन व शहर के संभ्रांत नागरिकों ने पहलगाम की घटना को लेकर अपना आक्रोश खुल कर व्यक्त किया और शत प्रतिशत बाजर को बंद कर पहलगाँव आंतकी हमले पर रोष प्रकट किया। शहर के सासनी गेट , कमला बाजार, सरकूलर रोड,चक्की बाजार, नयागंज, पत्थर वाला बाजार, नजिहाई, घंटाघर, हलवाई खाना, गुडिहाई बाजार, रामलीला मैदान, पंजाबी मार्केट बैनीगंज,मोहनगंज, तालाब चौराहा सहित प्रमुख बाजरों में सन्नाटा पसरा रहा। गलियों की दुकानों को भी बन्द देखा गया। आतंकी हमलों के विरोध में हाथरस बन्द पूर्ण रूप से सफल रहा।
कोरोना की आई याद
आज के हाथरस बन्द से कोरोना काल की याद ताजा हो गई। लोगों को कहते देखा गया कि कोरोना के समय ऐसा बाजार बन्द रहा था। बस इस बार आने जाने पर रोक नही थी। इससे पूर्व कभी बाजार को पूर्ण रूप से बन्द होते नही देखा।
संभ्रांत नागरिकों ने सुबह से संभाला मोर्चा
एक दिन पहले ही विभिन्न व्यापार मंडल ,एसोसिएशन , सामाजिक संगठनों ,संभ्रांत नगरिकों ने हाथरस बन्द का आह्वान किया था। फिर भी सुबह कुछ दुकानदारों ने दुकान खोलने शुरू कर दी। जानकारी मिलने पर समाज के संभ्रांत नागरिकों ने बाजारों में निकल कर दुकानदारों से आग्रह किया इसके बाद उन्होंने तुरंत ही दुकान बंद कर दी।
फल फ्रूट ,सब्जी के ढकेल भी नही लगी।
हाथरस बन्द के आह्वान के बाद आज रेहड़ी पटरी वालों ने भी अपना काम बंद कर दिया। इसके बाद शहर में कही भी कोई ठेला लगा नही दिखा।