मथुरा के परखम में बन रहा विश्व का सबसे बड़ा गौ विज्ञान अनुसंधान व प्रशिक्षण केंद्र
हाथरस। विश्व कल्याण एवँ मानव जीवन की रक्षा हेतु गाय की उपयोगिता को लेकर मथुरा के परखम में विश्व का सबसे बड़ा अनुसंधान केंद्र बनाया जा रहा है। दीनदयाल गौ विज्ञान अनुसंधान व प्रशिक्षण केंद्र के नाम से निर्माणाधीन इस अनुसंधान का निर्माण समाज के लोगो के सहयोग से किया जा रहा है। इसके निर्माण हेतु समाज के दानदाता दिलखोल कर दान दे रहे है। निस्वार्थ सेवा संस्थान के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल ने अनुसंधान निर्माण के लिये बड़ी सहयोग राशि के चैक विभाग प्रचारक गोविंद ,जिला सह संघचालक डॉ यू एस गौड़ को सौपें।
गाय हमारी प्रकृति संस्कृति और जीवन के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण है इसलिये हम भारतवासी गौमाता कहते है। भारतीय शास्त्रों में गाय के महत्व का वर्णन किया गया। मानव समाज के लिए गाय की उपयोगिता और मानव के लिए जीवन रक्षा कैसे हो सकती है? इस पर निर्माणाधीन दीनदयाल गौ विज्ञान अनुसंधान व प्रशिक्षण केंद्र पर अनुसंधान किया जायेगा। यहां वैज्ञानिकों द्वारा गाय के दूध ,घी के अलावा गाय के मूत्र ,गोबर ,लार आदि पर अनुसंधान किया जायेगा।
अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र में विश्व स्तरीय निर्माण एवं गायों का संवर्धन और उसका प्रशिक्षण भी किया जायेगा। अनुसंधान केंद्र का पूरा निर्माण समाज के सहयोग से किया जा रहा है। इसमें समाज का कोई भी व्यक्ति, कोई भी दानदाता सहयोग राशि के रूप में अपना सहयोग दे सकते हैं। दीनदयाल गौ विज्ञान अनुसंधान व प्रशिक्षण केंद्र में दान देने के लिए जिले की संग्रह टोली बनाई गई है।
इस अवसर पर जिला प्रचारक मुनेंद्र ,नगर प्रचारक अनमोल , विभाग शारीरिक शिक्षण प्रमुख अमरवीर सिंह, कार्यालय प्रमुख देवीशरण , संजीव ,निस्वार्थ सेवा संस्थान के कोषाध्यक्ष ca प्रतीक अग्रवाल सचिव नीरज गोयल कोडिनेटर चंद्रप्रकाश अग्रवाल नगर संघ चालक दुर्गेश , निस्कर्ग गर्ग आदि मौजूद रहे।