हाथरस । किसी भी प्रकार की हिंसा से प्रभावित महिलाओं को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के लिये महिला हेल्प डेस्क केन्द्र का शुभारंभ मा0 विधायक सदर हरिशकर माहौर, जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार तथा पुलिस अधीक्षक विनीत जयसवाल तथा श्रीमती गुंजा शर्मा ने सयुक्त रूप से थाना कोतवाली में फीता काटकर शुभारम्भ किया।
जिलाधिकारी ने मिशन शक्ति कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की समस्याओं का त्वरित गति समाधान करना है। जिलाधिकारी ने कहा कि थाना कोतवाली में यह केंद्र घरेलू हिंसा, कार्यस्थल पर उत्पीड़न, अथवा सार्वजनिक स्थान पर किसी तरह से पीड़ित महिला की सहायता में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होने कहा कि यदि कोई महिला पीडित अथवा परेशान है अथवा वह हिंसा का शिकार है तो उनके लिये मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों में 1535 थानों में हेल्प डेस्क केन्द्रो का उद्घाटन किया।
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं शारीरिक, लैंगिक, मानसिक, भावनात्मक अथवा आर्थिक उत्पीड़न से त्रस्त किसी भी आयु वर्ग की महिला आकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है। इस कार्य के लिये पूरे स्टाफ महिलाओं का लगाया है। जहां पर अपनी परेशानियों को उनके सम्मुख निडर होकर रख सकती है। उसके बाद तत्काल शिकायत का सज्ञान लेते हुए कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा कि अत्याचारी पुरुष डरें तथा उनमें इस बात का भय हो कि महिलाओं को प्रताड़ित या अत्याचार करने पर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। उन्होंने कहा कि कोई भी पुरूष या परिवार, महिलाओं के ऊपर अत्याचार या उन्हें प्रताड़ित करता है तो महिलाओं को प्रताड़ित नहीं होना चाहिए तथा जमकर मुकाबला करना चाहिए। उन्होने विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को महिला हेल्प डेस्क सेंटर के तहत दी जाने वाली सेवाओं के संबंध में प्रचार-प्रसार एवं जागरूक करने के निर्देश दिये। उन्होने सफल कार्यक्रम के आयोजकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
पुलिस अधीक्षक विनीत जयसवाल ने कहा कि जिले की अत्याचार से पीड़ित महिलाओं को सहायता देने के लिये महिला हेल्प डेस्क केन्द्र खोला गया है। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं/बेटियां पुरुषों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं, महिलाओं एवं बेटियों को छोटी-छोटी समस्याओं से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि डटकर मुकाबला करना चाहिए। और वह अपने को असाहाय/कमजोर ने समझे, उन्होने कहा कि जिसके तहत जनपद स्तर पर सार्वजनिक स्थलो जैसे-चैराहो, बाजारो, कालेज, कोचिंग संस्थान व अन्य सार्वजनिक स्थलों को असामाजिक तत्वो से मुक्त कराये जाने तथा महिलाओ एवं छात्राओ के साथ राह चलते छेडखानी, अभद्रता, अश्लील प्रदर्शन तथा अभद्र टिप्पणिया इत्यादि की घटनाओ को रोकने के लिये तथा चलाये जा रहे अभियान मिशन शक्ति के अन्तर्गत यूपी पुलिस द्वारा चलाई जा रही सुरक्षा संबंधित सेवाएँ जैसे डायल 112 नम्बर/वूमेन पावर लाइन 1090/यूपी कॉप एप/181 महिला हेल्प लाइन/1076 मुख्यमंत्री हेल्प लाइन/1098 चाइल्ड हेल्प लाइन/102 स्वास्थ्य सेवा/108 एम्बूलेन्स सेवा के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही महिलाओ/जनता के लोगो को सभी उत्तर प्रदेश पुलिस की तरफ से उपलब्ध सुरक्षा सम्बन्धी सेवाऐ/एप्लीकेशन आदि के बारे में जागरुक किया गया तथा सभी महिलाओ को हेल्पलाइन नम्बर का निर्भीक होकर उपयोग करने हेतु तथा महिलाओ को आत्म निर्भर बनने व निर्भीक होकर अपने अपने क्षेत्र में कार्य करण/शिक्षा ग्रहण करने के लिये प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए हमारे संविधान में कई कानून बने हैं। हमें किसी भी प्रकार से डरने की आवश्यकता नहीं है।
मा0 विधायक सदर हरिशंकर माहौर ने मिशन शक्ति कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिये मा0 मुख्य मंत्री जी ने महिला हेल्प हेस्क का उद्घाटन किया है। इसका मूल उद्देश्य जिले की अत्याचार से पीड़ित महिलाओं को सहायता देने के लिये महिला हेल्प डेस्क केन्द्र खोला गया है। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं/बेटियां पुरुषों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं, महिलाओं एवं बेटियों को छोटी-छोटी समस्याओं से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि डटकर मुकाबला करना चाहिए। उन्होने कहा कि समाज में सभी को बराबर का दर्जा है। महिलाएं किसी भी क्षेत्र में किसी से कम नही है और वह समाज की अग्रिणी पायदान पर खडी है। इस लिये हम सभी का पुनीत कर्तव्य है महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों का प्राथमिकता के आधार पर कराना सुनिश्चित करे तथा अत्याचार करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिले जिससे कि दूसरा व्यक्ति अपराध करने से पहले 100 बार सोचे की बुरे कार्य का बुरा अन्जाम तथा कड़ी सजा होती है। ऐसे व्यक्तियो का समाज के अन्दर मान सम्मान नही होता है इस लिये हमे महिलाओं का आदार एवं सत्कार करना चाहिए।
श्रीमती गुंजन शर्मा ने मिशन शक्ति कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए कहा कि अपनी पुत्रियों को अवश्य पढ़ायें बेटा-बेटी में कोई भेदभाव न करें। उन्होने कहा जहाॅ महिला 10 या 10 अधिक कार्य करती है वहाॅ पर महिलाओं के हितार्थ एक समिति बनी हुयी होती जो महिलाओं के महिलाओं के मामलों को देखती है। महिलाये जब तक आगे नहीं बढ़ सकती जब तक हमारी सोच नहीं बदलेगी, बेटीयों को बोझ समझने वाले लोग अपनी सोच को बदलें। कार्यक्रम का संचालन सोनाली वाष्र्णेय ने किया।
इस अवसर पर सीओ सिटी रूचि गुप्ता, एसएचओ जगदीश चन्द्र, एसएचआई आयुब खां, एसआई राजीव कुमार, सरद माहेश्वरी, अखिलेश गुप्ता, रूबिया खान, सुचिका जौन, प्रियंका दास तथा शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।