हाथरस। हाथरसी मैया पर चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण कथा में अमरकथा और शुकदेव के जन्म का वृतांत का विस्तार से वर्णन किया गया। कथा वाचक आचार्य भरत तिवारी ने बताया कि अगर आप भागवत कथा सुनकर कुछ पाना चाहते हैं, कुछ सीखना चाहते है तो कथा में प्यासे बन कर आएं, कुछ सीखने के उद्देश्य से, कुछ पाने के उद्देश्य से आएं तो ये भागवत कथा जरूर आपको कुछ नहीं बल्कि बहुत कुछ देगी। मनुष्य का जीवन सांसारिक भोग में नहीं कृष्णभक्ति में बिताएं। मनुष्य जीवन विषय वस्तु को भोगने के लिए नहीं मिला है, लेकिन आज का मानव भगवान की भक्ति को छोड़ विषय वस्तु को भोगने में लगा हुआ है। उसका सारा ध्यान संसारिक विषयों को भोगने में ही लगा हुआ है। मानव जीवन का उद्देश्य कृष्ण प्राप्ति शाश्वत ।
उन्होंने कहा कि हमारे जीवन का उद्देश्य कृष्ण को पाकर ही जीवन छोड़ना है और अगर हम ये दृढ़ निश्चय कर लेंगे कि हमें जीवन में कृष्ण को पाना ही है तो हमारे लिए इससे प्रभु से बढ़कर कोई और सुख, संपत्ति या सम्पदा नहीं है। भागवत कथा श्रवण करने वालों का सदैव कल्याण करती है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। परिक्षित,छीतरमल दिल्ली वाले आचार्य हिमांशु शास्त्री पंकज शर्मा अनुराग कुशवाह अमित कुशवाह पवन कुशवाह आदि उपस्थित रहे।