हाथरस। 09 दिवसीय अनुष्ठान श्री बलभद्र महायज्ञ की बृहस्पतिवार से सर्व प्रयचित कार्यक्रम के साथ शुरूआत हो गई। जब कि कल निकलने वाली कलशयात्रा के विषय में भी सायं को यज्ञार्य ने जायजा लिया।
सनातन धर्म की वेदिक रीति के तहत किसी भी धार्मिक अनुष्ठान से पूर्व पवित्री करण कराया जाता है। अर्थात सर्व प्रयचित अनुष्ठान के तहत जाने-अनजाने में जो गलत कृत्य हो जाते हैं उनका सर्वप्रायश्चित अनुष्ठान करायाजाता है। इसके बाद पवित्रीकरण के इसके बादि दशविधस्नान आदि कर्म कराये जाते। श्री बलभद्र महायज्ञ से पूर्व बृहस्पतिवार को सर्वप्रायश्चित दशविधस्नान आदि कर्म यज्ञार्य उपेंद्रनाथ चतुर्वेदी व उनकी टीम द्वारा कराया गया। शुक्रवार 4 मार्च को दिल्ली वाला चौक स्थित मंदिर श्री मथुरानाथ जी महाराज से भव्य कलशयात्रा निकाली जायेगी। 5 मार्च शनिवार से सुबह नौ बजे से नित्यार्चन व मध्याह्न 2 बजे से हवन-यज्ञ में आहुतियां दी जायेंगी। 9 मार्च को साढ़े 5 बजे अस्ति पुषांजलि होगी और 10 मार्च को सायं 4 बजे से यज्ञ में पूर्ण आहुति दी जायेगी। जबकि 11 मार्च को भगवान श्री बलभद्र वा माता रेवती के श्रृंगार आरती दर्शन और प्रसादी वितरण होगा। यज्ञार्य ने बताया कि जो श्रद्धालु यज्ञ में आहुति नहीं दे पायें वह सायंकाल यज्ञ वेदियों की परिक्रमा लगा कर पुण्यलाभ प्राप्त कर सकते है।
अनुष्ठान की तैयारियों में यज्ञार्य उपेंद्रनाथ चतुर्वेदी, मनु महाराज, सेवायत पुजारी गोवर्धननाथ चतुर्वेदी, पवन चतुर्वेदी, प्रबल चतुर्वेदी, प्रवीण चतुर्वेदी, राजकुमार टोड़वाले, पूर्व अध्यक्ष डिस्ट्रिक्ट बार अतुल आंधीवाल, शरद अग्रवाल, राजेंद्र वार्ष्णेय, मदनगोपाल वार्ष्णेय, किशन शर्मा, शरद अग्रवाल, कैलाशनाथ, हरिओम मुसद्दी, राजेन्द्रनाथ चतुर्वेदी, श्याम अग्रवाल व संजय दीक्षित एडवोकेट आदि का सहयोग चल रहा है।