ऋषि पंचमी पर विप्र पूजन और श्रीराम कथा की हुई वर्षा

गोपाल धाम में हुआ ब्रह्मभोज और गूंजे जय घोष
हाथरस। आरित विप्र देव की कीजे। इनके आशीर्वाद को लीजे। यह हैं धर्म-कर्म के देवा…… ऋषि पंचमी के मौके पर जब विप्र पूजन के बाद जब आरती का उच्चारण हुआ तो माहौल भक्ति की धारा में वह चला।
अवसर था ऋषि पंचमी का व जन्म जयंती थी सदगृस्थ संत ब्रजनाथ अरोड़ा जी की और स्थान था ब्रजद्वार (हाथरस) के चक्की बाजार स्थित गोपाल धाम। कार्यक्रम का शुभारंभ मंगला आरती के बाद प्रभात फेरी हुआ। जो तालाब चौराहा श्रीराम दरबार मंदिर ने नगर भ्रमण को निकाली और हरी नाम की जमकर गूंज हुई। इसके बाद चक्की बाजार स्थित गोपाल धाम में सुबह 11 बजे विप्र पूजन से पूर्व गोबर्धन निवासी पं. भोलाशंकर शर्मा ने विप्र पूजन और उसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नगर धर्म-कर्म के स्थापन्न में गोलोकवासी श्रद्धेय बाबू जी ब्रजनाथ शरण अरोड़ा जी का महत्वपूर्ण सहभाग रहा है सौभाग्य ऋषि पंचमी (ऋषि पर्व) है सदगृस्थ संत ब्रजनाथ शरण अरोड़ा की जयंती भी। जब-जब हरिनाम संकीर्तन और धर्म-कर्म के चर्चे होंगे तो बाबू जी स्व. अरोड़ा जी का नाम प्रथम पंक्ति में आयेगा। इसके बाद विप्रर्चन और फिर विप्रभोज के बाद प्रभु प्रसादी का कार्यक्रम चला। जबकि सायं अयोध्या से पधारे संतजन के पूजन के बाद मानष मर्मज्ञ मदनमोहन दास जी महाराज के श्री मुख से श्री राम कथा की मर्मस्पर्शी कथा की बारिश हुई।
इस अवसर पर पं.भोलाशंकर शर्मा, रघुनंदन शरण अरोड़ा, पं. अशोक शर्मा ( दक्षिण मुखी सेवयत), रोचक जैन, ब्रजमोहन दीक्षित, आशीष जैन, बालकृष्ण वर्मा एडवोकेट, राजीव दीक्षित, रमेशचंद्र वर्मा एडवोकेट, राघव जी, पं. रमेशचन्द्र शर्मा व संजय दीक्षित आदि अनेकों श्रद्धालुओं की सहभागिता वक्त सक्षी बना।

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