ईश्वर ने सौंपा है स्वयंसेवकों को लोक सेवा का कार्य
हाथरस। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विभिन्न शाखाओं द्वारा वार्षिकोत्सव मनाया गया। स्वयंसेवककों ने खेल के साथ योग एवँ व्यायामों का प्रदर्शन किया।
वीर सावरकर शाखा ,महावीर शाखा ,प्रताप शाखा ,श्री कृष्ण शाखा द्वारा शाखा स्थानों पर वार्षिकोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के निवासियों को भी आमंत्रित किया गया था।
वक्ताओं ने कहा कि श्रद्धेय लोक सेवकों,आदर्श स्वयं सेवकों, प्रत्येक काल खंड में अनुशासित, कर्तव्य निष्ठ, धर्म परायण, दायित्वबोध युक्त देव तुल्य मनीषियों ने लोक कल्याण के कार्य किए है । आप सभी स्वयंसेवक उन्हीं की एक प्रतिमा स्वरूप हो । जो व्यक्ति स्वयं ,समाज,देश,ईश्वर,प्रकृति आदि को बिना समझे जीवन यापन करते है वे कितने ही शिक्षित क्यों न हो किसी कार्य के नहीं। संसार का प्रत्येक अच्छा व्यक्ति किसी दूसरे को सहारा दे रहा है, उनमें से कुछ परिवार को ,कुछ समाज को, कुछ जिले को,कुछ राज्यको,कुछ देश को तो कुछ विश्व को जैसी जिसकी क्षमता है। क्षमता का विकास संस्कार शालाए, पाठशालाएं , ज्ञानी व्यक्ति करते है , पात्र उनसे शि क्षा ग्रहण कर विकास और संवर्धन के कार्य में अपना सम्पूर्ण जीवन लगाते है,वास्तव में जीवन उन्हीं का सार्थक होता है अन्य तो केवल खाने पीने के लिए जीवित है।
उन्होंने स्वयंसेवकों से कहा कि आप जैसे निष्ठा वान स्वयंसेवक इत्र के समान होते है जिससे स्पर्श करेंगे उसी को महका देंगे।आप असीम ऊर्जा के केंद्र हो।आपकी क्षमताओं का आंकलन करके ही संघ जैसी शक्ति पीठ आपको दायित्व देती है,निष्क्रिय लोगों का कोई क्या करेगा ।
कभी मन में ऐसा विचार न करो कि इतना बड़ा कार्य में केसे करूंगा,आप तो बस कार्य पूर्ण करने का संकल्प लीजिए, कार्य कि रूप रेखा स्वत बनने लगेगी और देखते ही देखते कार्य पूर्ण हो जाएगा फिर आपको स्वयं आशचर्य होगाकि इतना विशाल कार्य मेरे संकल्प से पूर्ण हुआ,उसी समय मन में विचार कर लेना जरूर ईश्वर ने सहायता कि है फिर यह भी विचार कर लेना कि क्या मैं ईश्वर के इतने निकट आ गया कि वे मेरी सहायता करने लगे किन्तु ध्यान रहे अहंकार मत पैदा करना इस बात का, क्योंकि ईश्वर कआपको नहीं आपके सदकार्यों को सहायता प्रदान कर रहे है ,लोक कल्याण की भावना रखने वाले पुरुष सामान्य नहीं होते उनके साथ अदृश्य शक्ति (ईश्वर) स्वयं उनका मार्ग दर्शन करती है।संघ भी इस ईश्वरीय कार्य को ९६वर्षों से कर रहा है वर्ष भर चलते निर्विघ्न कार्य ईश्वरीय कार्य का जीता जागता उदाहरण है।संघ का सिद्धान्त सम्मान के समय कार्यकर्ता आगे, कार्य के समय में आगे की भावना स्वयं सेवकों में ऊर्जा का भाव पैदा करता है,संघ कार्य में विश्वास करता है,बातों में नहीं,संघ करके दिखाता है ।
वीर सावरकर शाखा पर दो वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का सम्मान भी किया।
इस अवसर पर जिला सह संघचालक डॉ यू एस गौड़ ,नगर प्रचारक चन्द्रशेखर , विभाग सह कार्यवाह अजय कुलश्रेष्ठ ,जिला सह कार्यवाह उमाशंकर वार्ष्णेय ,जिला व्यवस्था प्रमुख मनीष अग्रवाल, जिला संपर्क प्रमुख विष्णु वर्मा ,जिला सेवा प्रमुख आलोक पचौरी ,जिला समरसता प्रमुख धर्मेन्द्र पूर्व नगर संघ चालक यशपाल भाटिया, नगर सह संघचालक डा पी पी सिंह, सह नगर कार्यवाह भानु ,पंकज , संदीप , अशोक राहुल, जितेंद्र जोशी, लक्ष्मीकांत, अनमोल ,अमन बंसल ,आर्यन ,रवि ,देवेंद्र वार्ष्णेय आदि उपस्थित रहे।