अशीष सेंगर
हाथरस। जिला पंचायत चुनावों को लेकर जिले में राजनेतिक घमासान तेज हो गया है। देर रात जिले के दो जनप्रतिनिधियों की अलीगढ़ रोड स्थित एक पॉश कॉलोनी के घर में हुई बन्द कमरे में मुलाकात के बाद जिले की सियासत के समीकरण बदलने की संभावना है। दोनों जनप्रतिनिधियों की मुलाकात में क्या समझौता हुआ है इसकी जानकारी नही हो सकी है लेकिन कयास लगाया जा रहा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर नई रणनीति बनाई गई है।
जनपद में जिला पंचायत के चुनावों में नामांकन की प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। अब राजनीति के धुरंधर अपनी अपनी गोटियां सेट करने में जुटे हुये है। कोई किसी से समर्थन मांग रहा है तो कोई सजातीय वोटों के सहारे जीत तय करने में जुटा हुआ है। रूठों को भी मनाया जा रहा है और अपने समर्थन में कुछ दावेदारों के पर्चा वापस कराने की जुगत भी लगाई जा रही है । सभी अपने अपने दाव पेच लगाने में लगे हुये है ऐसे में देर रात हुई जनप्रतिनिधियों की मुलाकात क्या गुल खिलाती है यह तो आने वाला समय ही बतायेगा बहराल भविष्य में जिले ही राजनीत में नये राजनीतिक समीकरण उभरने के संकेत जरूर मिल रहे है।
नेता जी कर सकते पर्चा वापस
सियासी जमीन तलास रहे एक राष्ट्रीय पार्टी के नेता को जिला पंचायत की टिकिट पार्टी से फाइनल नही हुई ऐसे में इन नेता जी ने निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया और अपने परिवार के सदस्य का नामांकन भी करा दिया। अब सियासी गलियारों में यह चर्चा शुरू हो गई है कि ये नेता जी कुछ शर्तों के साथ अपना पर्चा वापस भी ले सकते है। वही कुछ राजनीत के जानकारों का कहना है कि चुनावी मैदान में उतरने के बाद कदम वापस लेने वालों का राजनीतिक जीवन खत्म हो जाता है। ऐसे में अब इन को चुनाव लड़ना चाहिए।