पुलिस क्षेत्र में छोटी से छोटी घटना को भी गंभीरता से लेकर तत्काल प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करे :डीएम

हाथरस । जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में कानून व्यवस्था की बैठक करते हुए अभियोजन कार्यो की समीक्षा की।
जिलाधिकारी ने न्यायालयवार अभियोजन अधिकारियों के द्वारा निस्तारित मुकदमों के बारे में जानकारी की। जिलाधिकारी ने वादो के निस्तारण में कमी होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए वादों के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होने अभियोजन अधिकारी से कहा कि अपराधी चाहे जो भी हो, सजा पाने से बचना नहीं चाहिये-सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने अपराधियों को समाज के लिये नासूर बताते हुये कहा कि अपराधियों के प्रति कतई रहम न बरतते हुये सामाजिक हित में उनके अपराध की सजा बतौर उन्हें जेल भिजवाया जाना बहुत जरूरी है साथ ही निर्दोष लोगो को किसी भी प्रकार की समस्या न होने पाये। उन्होने महिला अपराधों से सम्बन्धित मुकदमों पर प्रभावी ढंग से कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी नेे आपराधिक मामलों में लिप्त अपराधियों को सजा दिलाने के लिये न्यायालयों में मुकदमों की प्रभावी ढंग से पैरवी करने के लिये अभियोजन अधिकारियों को कडे निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कानून के प्रति भय कायम करने और सजा काटने के लिये अपराधियों को जेल भिजवाने हेतु पुलिस और अभियोजन अधिकारी एकजुट होकर ठोस कदम उठायें।
जिलाधिकारी कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुये गुण्डा एक्ट पर समस्त एस0एच0ओ0 को तत्काल कार्यवाही करने एवं लगातार अपराध करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध डण्डात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दियें। अगामी पंचायत चुनाव के दौरान विशेष सर्तकता बरतने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में किसी कारण से जो भी शस्त्र लाइसेंस निरस्त किये गये है सभी थानाध्यक्ष गम्भीरता पूर्वक सज्ञान लेते हुए तत्काल निरस्त शस्त्रों को थाने में जमा कराना सुनिश्चित करे। उन्होने कहा कि जिनके पास 02 से अधिक शस्त्र है तो उनके लाईसेन्स निरस्त करने की कार्यवाही की जायें। उन्होने पुलिस विभाग को निर्देश दिये कि अभियान चलाकर मास्क का प्रयोग कराना सुनिश्चित करे। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। जिलाधिकारी ने जिले में शांति और कानून-व्यवस्था कायम रखने की प्राथमिकता व्यक्त की और कहा कि पुलिस की छवि ऐसी होनी चाहिये कि अपराधियों में भय और आम लोगों को सुरक्षा का अहसास हो। जिलाधिकारी ने कहा कि पुलिस क्षेत्र में छोटी से छोटी घटना को भी गंभीरता से लेकर तत्काल प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करे ताकि ऐसी घटना की पुनरावृति न हो और आगे किसी बडे खतरे की बजह न बन सके। जिलाधिकारी ने आबकारी अधिकारी को अभियान चलाकर देशी शराब की दुकानो का निरीक्षण करते हुये अबैध रूप से बिकने वाली शराब पर अंकुश लगाने के निर्देश दिये। बैठक के दौरान अभिहित अधिकारी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन देवाशीष उपाध्याय ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 मंे अब तक खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन द्वारा जनपद के विभिन्न बाजारों/चैराहों/स्थानों पर स्थित 1695 खाद्य कारोबारी प्रतिष्ठानों/दुकानों का निरीक्षण एवं 210 स्थानो पर छापे मारकर 250 नमूनों का संग्रहण किया गया जिसमें मानक पूरा न करने वाले 85 खाद्य प्रतिष्ठानों को सुधार हेतु नोटिस दिये गये एवं 314 व्यक्तियो पर अर्थदण्ड लगाया गया। जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि यदि खाद्य पदार्थो में जांच के दौरान मिलावट पायी जाती है तो सम्बन्धित के विरूद्ध दण्डात्म्क कार्यवाही करते हुए लाइसेंस निरस्त करना सुनिश्चित करें।
पुलिस अधीक्षक विनीत जयसवाल ने सुरक्षा और शांति व्यवस्था के खतरा पैदा करने वाले लोगों के विरूद्ध सख्ती से कार्यवाही करने हेतु पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होने कहा कि गुण्डा एक्ट के प्रकरणों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे। उनके खिलाफ कडी कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करे। गम्भीर प्रकरणों के सम्बन्ध में उच्च अधिकारियों को अवश्य अवगत कराये।
इस अवसर पर, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 जे0पी0 सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार, अभियोजन अधिकारी तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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