हाथरस। तहसील समाधान दिवस के पश्चात् जिलाधिकारी राहुल पांडेय ने विकास खण्ड सहपऊ के उच्च प्राथमिक विद्यालय बढ़ार का निरीक्षण कर विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने एवं विद्यालय में अनुशासन बनाए रखने हेतु आवश्यक निर्देश दिए और कहा कि बच्चों को न केवल पाठ्यक्रम की शिक्षा दी जाए, बल्कि उन्हें नैतिक मूल्यों और अनुशासन का भी पाठ पढ़ाया जाए, जिससे उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने उपस्थित इंचार्ज प्रधानाचार्य प्रेमवीर सिंह से उच्च प्राथमिक विद्यालय बढ़ार में तैनात सहायक अध्यापकों तथा पंजीकृत छात्र-छात्राओं के बारे में जानकारी की। जिस पर प्रधानाचार्य ने बताया कि विद्यालय में कुल 3 का स्टाफ है, जिसमें से 1 प्रधानाचार्य तथा 2 सहायक अध्यापिका तैनात हैं। विद्यालय में कुल 49 छात्र/छात्राऐं पंजीकृत हैं। जिसमें से 24 छात्राऐं व 25 छात्र हैं। कक्षा-6 में 18, कक्षा-7 में 13 तथा कक्षा-8 में 18 छात्र-छात्राऐं अध्ययनरत हैं। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में 35 छात्र-छात्राए उपस्थित पाये गए। जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य को छात्र-छात्राओं की उपस्थित शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कुछ छात्र/छात्राऐं विद्यालय की ड्रेस में उपस्थित नहीं थे। जिस पर जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य को विद्यालय आने वाले छात्र/छात्राओं को ड्रेस पहनकर आने हेतु निर्देशित करने को कहा और जो छात्र/छात्रा ड्रेस पहनकर नहीं आते हैं उनके अभिभावकों से सम्पर्क स्थापित करंे और उनसे बच्चों को विद्यालय में ड्रेस में भेजने को कहें। उन्होंने छात्रों के व्यक्तित्व विकास और अनुशासन पर ध्यान दिये जाने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य निर्माण में माता-पिता के बाद अध्यापक की अहम भूमिका होती है। जिलाधिकारी राहुल पांडेय ने विकास खंड सहपऊ के ग्राम पंचायत बढ़ार में कार्यदायी संस्था बीजीसीसीपीएल द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत कराये जा रहे कार्यों यथा पाइप लाइन, गृह जल संयोजन, बाउण्ड्रीवाल, ट्यूबेल की स्थापना एवं ओवरहेड टैंक निर्माण आदि कार्याे का निरीक्षण कर अवशेष कार्यों को तत्काल गुणवत्तापूर्णढंग पूर्ण कराने के साथ ही जलापूर्ति कराने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा जानकारी करने पर उपस्थित सहायक अभियंता ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत 5 गांव सम्मिलित है। लाभांवित जनसंख्या 2765 गृह जल संयोजन की संख्या 474, वितरण प्रणाली की लम्बाई 9668 मी0 और अवर जलाशय की क्षमता 75 किलो ली0 है। उन्होंने बताया कि टयूबवेल, पम्प हाउस तथा बाउण्ड्रीवाल निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि 9668 मी0 के सापेक्ष 4312 मी0 वितरण प्रणाली का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा शेष कार्य शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जायेगा। जिस पर जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को अवशेष कार्यों को तत्काल गुणवत्तापूर्णढंग से पूर्ण करने के एवं जनपद में निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं पर शेष रह गये कार्यों को तीव्रगति से पूर्ण कराने एवं ग्रामों में पेयजल आपूर्ति किये जाने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि जहाँ पर टयूबवेल और पाइप डालने का कार्य पूर्ण हो गया है, उन ग्राम पंचायतो में पानी की आपूर्ति किये जाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने विकास खण्ड सहपऊ की ग्राम पंचायत बढ़ार में मनरेगा अन्तर्गत राकेश चौधरी के खेत से कान्ता सिंह के खेत तक चाकमार्ग पर मिट्टी कार्य का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जानकारी करने पर खण्ड विकास अधिकारी ने बताया कि मनरेगा अन्तर्गत चकमार्ग पर मिट्टी का कार्य कराय जा रहा है। उन्होंने बताया कि चकमार्ग बढ़ार व सलेमपुर के बीच सम्पर्क मार्ग है इस कार्य को कराने से सलेमपुर जाने में 3 कि0मी0 रास्ता बचेगा और सलेमपुर जाने में लगने वाले समय की भी बचत होगी। उन्होंने बताया कि चकमार्ग की लम्बाई 500 मीटर है तथा चौड़ाई 6 फुट है। कार्य की अनुमानित लागत रू0 2.63 लाख है। निरीक्षण के समय कुल 12 श्रमिक कार्य पर लगे थे। जिलाधिकारी ने अधिक से अधिक संख्या में मनरेगा श्रमिकों को लगाते हुए अवशेष कार्य को पूर्ण कराने तथा मनरेगा मजदूरों का भुगतान ससमय कराना सुनिश्चित करें। निरीक्षण के दौरान तहसीलदार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत, एपीओ मनरेगा, ग्राम प्रधान, सहायक अभियन्ता जल निगम ग्रामीण, कार्यदायी संस्था प्रभारी आदि उपस्थित रहे।