अपने देश ,धर्म और समाज की रक्षा के लिये बने वीर शिवाजी : पवन शर्मा

हाथों में भगवा ध्वज और सिर पर सफेद टोपी के साथ निकली मशाल पदयात्रा

हिन्दू पद पादशाही के संस्थापक वीर छत्रपति शिवाजी महाराज की मनाई 395 वीं जयंती

हाथरस। हिन्दू पद पादशाही के संस्थापक वीर छत्रपति शिवाजी महाराज का 395 वीं जयंती चावण गेट स्थित शिवाजी की मूर्ति के समक्ष बहुत उत्साह पूर्वक मनाई गई।
परसारा रोड स्थित श्री गणेश मंदिर पर मराठा समाज एवँ चाणक्य शाखा से लोगों एकत्रित हुये। मंदिर से भगवा ध्वज हाथों में लेकर व सिर पर सफेद टोपी लगाकर जयघोषों के साथ चामुंडा मैया मंदिर तक पदयात्रा निकली गई। इसके उपरांत मशाल प्रज्वलित कर चावण गेट चौराहे स्थित वीर शिवाजी की मूर्ति का माल्यार्पण कर मशाल को स्थापित किया गया। यहां पदयात्रा एक सभा के रूप में बदल गई। जय भवानी , जय शिवाजी के गगनभेदी नारों के साथ पुष्पवर्षा की गई। मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला बौद्धिक प्रमुख पवन शर्मा ने वीर शिवाजी के जीवन पर प्रकाश डालते हुये कहा कि वीर शिवाजी महान योद्धा थे। गोरिल्ला युद्ध से उन्होंने विरोधियों के छक्के छुड़ा दिये। उनकी वीरता और साहस हमें अपने देश ,धर्म और समाज की रक्षा के लिये लड़ने का साहस प्रदान करता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता बाजीराव मराठा द्वारा की गई, विशिष्ट अतिथि डॉक्टर पी पी सिंह रहे। संचालन अमित गौतम ने किया।
इस अवसर पर मोहित, राम नारायण , कृष्ण गोपाल , अखिलेश, गौरव कांत, विष्णु, हजारीलाल ,दुर्गेश गुप्ता, आशीष सेंगर, भानु , टिंकू राना , प्रदुम ,चिराग, कार्तिक, मूलचंद वार्ष्णेय, नवीन, देवेंद्र आदि उपस्थित रहे।

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