हाथरस। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने स्वर्णोदय महोत्सव का सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष पदम नारायण अग्रवाल ने तुलसी का पौधा भेंटकर महामहिम का स्वागत किया।
राज्यपाल ने महाविद्यालय के पचास वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में स्मृति स्तंभ का अनावरण किया। पर्यावरण हित में राज्यपाल ने अशोक के पौध का किया रोपण।
राज्यपाल ने महाविद्यालय के पचास वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में
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श्री रामेश्वरदास अग्रवाल कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की गरिमामयी उपस्थिति में स्वर्णोदय महोत्सव का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम राष्ट्रीय कैडिट कोड द्वारा मुख्य अतिथि को सलामी दी गई। तदुपरान्त राज्यपाल ने पर्यावरण के हित में वृक्षारोपण किया। इसके पश्चात उन्होंने महाविद्यालय के पचास वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में स्मृति स्तंभ का अनावरण किया। सभागार में जाने से पूर्व स्वस्ति वाचन एवं शंखर्ध्वान से उनका स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि के आगमन पर छात्राओं के द्वारा प्रो० मीता कौशल के निर्देशन में वन्देमातरम् व सरस्वती वन्दना का प्रस्तुतीकरण हुआ। वन्दना के दौरान महामहिम राज्यपाल द्वारा सरस्वती जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन किया गया। प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष पदम नारायण अग्रवाल ने तुलसी का पौधा भेंटकर महामहिम का स्वागत किया। प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष पदम नारायण अग्रवाल ने महामहिम का परिचय देते हुए महाविद्यालय के प्रारम्भ से वर्तमान समय में की गयी उन्नति का परिचय दिया। इसी क्रम में प्रबन्ध समिति के सचिव प्रदीप कुमार गोयल द्वारा महाविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की और महामहिम से स्ववित्तपोषित स्नातकोत्तर को मान्यता प्रदान करने के सम्बन्ध में सहायता का अनुरोध किया। महाविद्यालय की छात्रा कु० तृप्ति वर्मा द्वारा कत्थक नृत्य प्रस्तुत किया गया व छात्राओं ने महाविद्यालय की विकास यात्रा पर एक नाटक प्रस्तुत किया जिसका निर्देशन डॉ० शालिनी शर्मा द्वारा किया गया।
महामहिम राज्यपाल महोदया श्रीमती आनंदीबेन ने अपना उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए सर्वप्रथम हाथरस में घटित दुर्घटना में मरने वालों को श्रद्धांजलि दी और इस बात पर जोर दिया कि आज किसी भी सामान्य व्यक्ति को ईश्वर मानकर पूजने के अंधानुकरण से सभी को बचना चाहिए। सामान्य व्यक्ति ईश्वर नही होता ऐसे अंधे धर्म का पालन न कर बेटियों की शिक्षा, दिशा निर्देश और उचित संस्कार देकर उनकी उन्नति का प्रयास करना चाहिए। एक ओर मा0 प्रधानमंत्री जी की सभा में श्रोताओं को एकत्र करना पड़ता है परन्तु धर्म के अंधानुकरण में स्वतः भीड़ एकत्र हो जाती है। उन्होंने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से हर प्रान्त में मातृभाषा में कक्षा छः तक शिक्षा की व्यवस्था की है। जनमानस द्वारा सरकारी स्कूलों में शुल्क कम होने के कारण लड़कियों को पढ़ाया जाता है परन्तु लड़को को मंहगे स्कूलों में पढ़ाते है लेकिन कीर्तिमान लड़कियाँ स्थापित करती है। राज्यपाल महोदया ने NAAC के लिए प्रयासरत महाविद्यालयों के लिए यह आवश्यक बताया कि सभी समितियों में छात्राओं को जोड़कर उनकी शिकायत का निवारण किया जाये और प्रबन्ध समिति के लिए आवश्यक है कि नगर के धनी/संभ्रात व्यक्तियों को सम्मिलित कर महाविद्यालय की प्रगति में प्रचुर मात्रा में धन एकत्र किया जाये।
कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो० सुषमा यादव ने सभी गणमान्य अतिथियों को धन्यवाद दिया और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम समाप्त किया हुआ। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ० शालिनी शर्मा और डॉ० अनामिका सिंह द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान मा0 सासंद अनूप वाल्मीकि, मा0 जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी, मा0 पूर्व जिलाध्यक्ष गौरव आर्य, मा0 विधायिका सदर श्रीमती अंजुला सिंह माहौर, जिलाधिकारी अशीष कुमार, पुलिस अधीक्षक निपुण अग्रवाल, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 डा0 बसंत अग्रवाल, उप जिलाधिकारी सदर, प्रभारी अधिकारी कलेक्ट्रेट, महाविद्यालय की प्रबंध समिति के सदस्य आदि उपस्थित रहे।
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