हाथरस। गुरू के बिना ज्ञान अधूरा है। जिससे भी हम ज्ञान प्राप्त करते है उन्हें हम गुरू कहते है। संघ का उद्देश्य भारत को एक ताकतवर राष्ट के रूप में स्थापित करना है। श्रेष्ठ विचार के साथ देश को उन्नति के मार्ग पर ले जाने वाले सभी गुरूजनों को नमन करते हुये गुरू पूर्णिमा के पावन उत्सव पर हम मजबूत भारत बनाने का संकल्प लें। । उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक हरीश ने कही। वह ऑनलाइन गुरुपूर्णिमा उत्सव में सम्मलित स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम की शुरुआत गण गीत के साथ हुई,अमृत वचन एवँ एकलगीत के उपरांत मुख्यवक्ता प्रान्त प्रचारक हरीश ने गुरू के महत्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि अंधकार से प्रकाश की और ले जाने वाला गुरु ही है। बिना गुरू के ज्ञान सम्भव नही है। जिससे भी हम ज्ञान प्राप्त करते है उन्हें हम गुरू कहते है। प्रथम गुरू के रूप में माता पिता द्वारा प्रेम, बंधुत्व एवँ संस्कार सीखते है। इसके उपरान्त गुरू से जीवन मूल्यों को सीखते हुये अपने लक्ष्य को प्राप्त करते है। इस प्रकार गुरु का स्थान भगवान से बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि केवल संघ ने ही भगवा ध्वज को अपना गुरु नही माना बल्कि सभी महापुरुष ने भी भगवा ध्वज, केसरिया को अपना गुरु माना है। संघ विश्व का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन है। शाखा युक्त बस्ती के बाद अब प्रत्येक ग्राम पंचायत को शाखा युक्त बनाना है। उन्होंने स्वदेशी अपनाकर देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हम जब भी बाजार जाये तो देश के विकास एवं मजबूती विचार के साथ खरीददारी करें। उन्होंने कहा कि संघ का उद्देश्य भारत को एक ताकतवर राष्ट के रूप में स्थापित करना है। इस पर्व पर हम मजबूत भारत बनाने का संकल्प लें। कार्यक्रम में जिला एवं नगर के दायित्ववान कार्यकर्ता एवँ स्वयंसेवक उपस्थिति रहे।