गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्धता के साथ शिकायतों व समस्याओं का करें निस्तारण : मंडलायुक्त

हाथरस । मंडलायुक्त नवदीप रिणवा ने जन शिकायत निस्तारण की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा है कि सभी अधिकारी शासन की मंशा के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्धता के साथ शिकायतों समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों में जून माह में अलीगढ़ मण्डल के दूसरे स्थान पर रहने पर कहा कि इसमें अभी भी अच्छा कार्य करने की गुंजाइश है। जनपदवार रैंकिंग में अलीगढ़ 14 वें, हाथरस 24वें, कासगंज 32वें एवं एटा 57वें स्थान पर है। उन्होंने एटा द्वारा खराब प्रगति पर नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि यदि सभी जनपद अपनी-अपनी रैंकिंग सुधारें तो इससे मण्डल शिकयत निस्तारण में प्रथम स्थान पर होगा। विदित रहे कि मण्डलायुक्त के कुशल दिशा-निर्देशन में माह मार्च में जनपद तीसरे और मई में पॉचवे स्थान पर रहा है।
मण्डलायुक्त ने कहा कि जन शिकायतों एवं समस्याओं के लिए आयोजित होने वाले विशेष दिवसों मुख्यतः सम्पूर्ण समाधान दिवसों में सक्षम अधिकारी द्वारा ही प्रतिभाग किया जाए। अपरिहार्य कारणों से किसी अन्य अधिकारी को भेजना है तो पूर्व से नामित किया जाए अन्यथा की स्थिति में समस्या निस्तारण के बारे में जानकारी ना होने से विषम स्थिति उत्पन्न होती है। विशेष दिवसों के दौरान प्रत्येक अधिकारी के उपस्थित पंजिका पर हस्ताक्षर अवश्य कराए जाएं अन्यथा रजिस्टर अवलोकन के दौरान उसे अनुपस्थित मानते हुए कार्यवाही की जाएगी।
मंडलायुक्त ने कहा कि व्यक्ति द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद जो शिकायतकर्ता को रसीद दी जा रही है उन पर प्रार्थना पत्र का क्रमांक, तारीख, तहसील व जनपद का नाम समेत आवेदक का नाम व मोबाइल नंबर निर्धारित स्थान पर अंकित नहीं किया जा रहा है, ऐसा करना घोर लापरवाही का द्योतक है, जिसे क्षम्य नहीं किया जाएगा। उन्होंने विशेष दिवसों के रजिस्टर अद्यावधिक रखने के साथ ही प्रार्थना पत्रों और निस्तारण आख्याओं का स्पष्ट अंकन रजिस्टर में करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मानक एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने के लिए उच्चाधिकारियों द्वारा दूरभाष के माध्यम से क्रॉस चेकिंग की जाती है, इसलिए आवश्यक है कि प्राप्त शिकायत का गुणवत्तापूर्ण निराकरण सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा है कि प्रायः देखने में आता है कि अपने विभिन्न कार्यों, समस्याओं के निस्तारण के लिए आने वाले जन समुदाय के बैठने के लिए उचित छायादार स्थान नहीं होते हैं। खतौनी प्राप्त करने वाले आवेदक धूप में यूं ही खड़े होने को मजबूर होते हैं जो कतई गलत है। सभी एसडीएम प्रयोक्ता प्रभार में उपलब्ध धनराशि से टीनशेड एवं आवेदकों के बैठने के लिए बैंच लगवाना सुनिश्चित करें। तहसीलों में वाहनों को सुव्यवस्थित ढंग से खड़ा किया जाए ताकि किसी को भी आवागमन में असुविधा न हो। मंडलायुक्त ने सभी एसडीएम को दिए गए निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।
————————————————————–

error: Content is protected !!