हाथरस। साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था बृज कला केंद्र के अध्यक्ष चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने आज हाथरस के महान संत तुलसी साहिब पर आकाशवाणी मथुरा तुलसी साहिब के जीवन परिचय उनके चमत्कार उनकी रचनाओं पर ब्रज भाषा में वर्णन किया चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने बताया भारतीय संस्कृति ऋषि और संतों एवं भगवंतो की संस्कृति रही है उन्हीं में से अद्भुत एवं गौरवमई कड़ी के रूप में संत तुलसी साहिब अवतरित हुए और हाथरस का यह सौभाग्य है कि पूरे देश का भ्रमण कर अंत में हाथरस मोहल्ला सीयल पर दाऊ बाबा रेवती मैया के प्रांगण में आकर उन्होंने घट रामायण जैसी महान रचनाएं लिखी विशेषता कि आज भी उनकी घट रामायण हस्तलिखित मूल प्रतियां सीयल स्थित उनके आश्रम में मौजूद है तुलसी साहिब के तमाम चमत्कार उनकी रचनाओं की प्रमुखता और उनका राज पाठ से त्याग देश के लोगों मैं प्रेम सद्भाव शांति श्रद्धा पैदा करना यह उनकी महानता थी उन्होंने आगे बताया कि पूरा विस्तार अपने हाथरस की गौरव महान संत तुलसी साहिब के जीवन परिचय को सुनने के लिए दिनांक 20 फरवरी शाम को 7:05 पर आकाशवाणी दूरदर्शन पर विस्तार से सुने।