बालिका दिवस के उपलक्ष्य में हुई मेंहदी एवं रंगोली प्रतियोगिता

हाथरस । युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की इकाई नेहरू युवा केन्द्र, हाथरस की जिला युवा अधिकारी दिव्या शर्मा एवं लेखाकर एवं कार्यक्रम सहायक ऊषा सक्सेना के निर्देशिन में भारतीय लोक संस्कृति एवं ब्रज क्षेत्र की पहचान को बनाये रखने एवं नयी युवा पीढी में इसका संदेश देने हेतु मेंहदी एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन विकास खंड मुरसान के गांव जोगिया में आयोजित हुआ। जिसमें ग्रामीण क्षेत्र की युवतियों ने मेंहदी एवं रंगोली प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कुशनपाल िंसंह ने सरस्वती जी के छविचित्र पर माल्यार्पण कर शुभारंभ किया।
मुख्य अतिथि कुशनपाल सिंह, सदस्य समिति ग्रामीण विकास मंत्रालय ने बताया कि भारत में हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के तौर पर मनाया जाता है। देश की बेटियों की आज लगभग हर क्षेत्र में हिस्सेदारी है लेकिन एक दौर ऐसा था, जब लोग बेटियों को कोख में मार दिया करते थे। बेटियों का जन्म हो भी गया तो बाल विवाह की आग में धकेल देते थे। बेटियो और बेटों में भेदभाव, उनके साथ होने वाले अत्याचार के खिलाफ देश की आजादी के बाद से ही भारत सरकार प्रयासरत हो गई थी। बेटियों को देश में प्रथम पायदान पर लाने के लिए कई योजनाएं और कानून बनाये गये। इसी उद्देश्य से राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाए जाने की शुरूआत हुई। देश की बेटियों को सशक्त बनाने के लिए जागरूकता बढ़ाने वाले इस खास दिन को 24 जनवरी को मनाने की भी खास वजह है। यह वजह भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से जुड़ी हुई है। साल 1966 में इंदिरा गाधी ने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। भारत के इतिहास और महिला सशक्तिकरण में 24 जनवरी का दिन महत्वपूर्ण है। सुमन बघेल शिक्षक ने बताया कि बेटियां देश का भविष्य हैं। परिवार में लड़की की भूमिका जितनी अहम होती है, उतनी ही किसी समाज और राष्ट्र के निर्माण में भी महत्वपूर्ण होती है। जन्म से ही एक लड़की कई भूमिकाओं में रहती है। बेटी, बहन, शादी के बाद पत्नी और मां। एक परिवार को संभालने, पीढ़ी बढ़ाने के लिए महिला का योगदान सर्वोपरि है वही परिवार से बाहर निकलकर यही महिला समाज निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अरूणा देवी समाजसेविका ने सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों के बीच लडकियों के अधिकार को लेकर जागरूकता पैदा करना और लडकियों को नया अवसर मुहैया कराना है। यह सुनिश्चित करना कि हर लड़की को मानवीय अधिकार मिलें। लैंगिक असामना को लेकर जागरूकता पैदा करना, बालिकाओं की समस्या का समाधान, महिलाओं को समाज में जिन असमानताओं का सामना करना पड़ता है, उन सभी से छुटकारा मिले।
विकास खंड मुरसान के गांव नगला मौठा के युवा मण्डल अध्यक्ष सत्यनारायण यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि आज बेटियों की स्थिति समाज में मजबूत हो रही है। जिन लड़कियों की कम उम्र में शादी कर दी जाती थी। अधिकार के नाम पर घर की रसोई तक सीमित रहने वाली वहीं महिलाऐं आज शिक्षित होकर न केवल अपने परिवार का भविष्य संवार रहीं हैं बल्कि कई क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करके देश का नाम रोशन कर रही है।
मेंहदी प्रतियोगिता में मुस्कान राघव ने प्रथम, रवीना राघव ने द्वितीय तथा रितु ने तृतीया स्थान प्राप्त किया। रंगोली प्रतियोगिता में खूशबू ने प्रथम, शालू कुमारी ने द्वितीय तथा पूजा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजयी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र एवं शील्ड देकर सम्मानित किया एवं इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम में भावना, दुर्गेश, बेबी, साधना, लवली, प्रिंयका, मोहिनी, वर्षा, अंजली, प्रिया, निशा, आदि प्रतिभागी उपस्थित रहीं।
————————————————————–

error: Content is protected !!