इंटरनेट के दुरूपयोग एवं नशे के दुष्प्रभाव से कैसे बचें छात्र-छात्राएं: कुमुद उपाध्याय

हाथरस । उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के आदेशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस के तत्वाधान में बच्चांे के मध्य विभिन्न अपराधों के दुष्परिणामों के विषय पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन जनपद न्यायाधीश अध्यक्ष मृदुला कुमार के निर्देशानुसार सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज, लेवर कॉलोनी हाथरस में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस की सचिव कुमुद उपाध्याय की अध्यक्षता में किया गया।
छात्र-छात्राओं को सचिव ने जानकारी देते हुये बताया कि इंटरनेट सूचना का एक विशाल स्रोत माना जाता है और इस तरह से यह छात्र-छात्राओं के लिए एक वरदान साबित हुआ है। ऐसा इसलिए है क्योंकि किसी भी विषय या पाठ से संबंधित सारी जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध है। इसलिए यदि कोई छात्र किसी लेक्चर में उपस्थित नहीं होता या शिक्षक की गति से मिलान नहीं कर पाता है तो वह उन विषयों पर सहायता पाने के लिए इंटरनेट की मदद ले सकता है। आज के दौर में इंटरनेट के बिना सब कुछ अधूरा है किसी समस्या का समाधान इंटरनेट के जरिए हल किया जा सकता है। घर बैठे पूरी दुनिया का हाल इंटरनेट से जान सकते है। सही मायने में इंटरनेट से सूचना प्राप्त करना काफी आसान हो गया है। उन्होंने इंटरनेट के दुरूपयोग के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी देते हुये बताया कि इंटरनेट से होने वाले नुकसान के प्रति भी हमें सचेत रहना चाहिए। माता-पिता अपने बच्चों को इंटरनेट का उपयोग करने की अनुमति इसलिए देते हैं ताकि वे अपनी परीक्षाओं के लिए बेहतर तरीके से तैयार कर सकें पर कई छात्रों ने इसका दुरुपयोग किया है। चूंकि इंटरनेट मनोरंजन के प्रचुर स्रोत प्रदान करता है इसलिए इसका विरोध करना कठिन है। कई छात्र इंटरनेट पर विभिन्न प्रकार के वीडियो देखते हैं या मनोरंजक उद्देश्य के लिए ऑनलाइन गेम खेलते हैं पर वे जल्द ही इसके आदी हो जाते हैं और अपना समय इंटरनेट पर कुछ देखने-खेलने पर खर्च करते रहते हैं। यह समय की बहुत बड़ी बर्बादी है। हमें इसके दुरूपयोग से बचना चाहिए। खासकर विद्यार्थियों को इंटरनेट सिर्फ अपनी पढ़ाई के लिए व अपना करियर चुनने के लिए करना चाहिए। फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया पर बेवजह की बातों पर अपना समय नहीं बर्बाद करना चाहिए। इसके साथ ही सचिव कुमुद उपाध्याय उपस्थित छात्र-छात्राओं को नशे से होने वाले दुष्परिणामों के बारें में विस्तार से जानकारी दी।
जिला प्रोबेशन अधिकारी, सीमा मौर्य द्वारा अपने वक्तव्य में शासन द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। जिला महिला एवं बाल कल्याण अधिकारी मोनिका गौतम ने अपने वक्तव्य में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं, महिला हेल्पलाइन 1090, रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मानकोष, कन्या सुमंगला योजना, वन स्टॉप सेन्टर, पोक्सो एक्ट एवं घूरेलू हिंसा के खिलाफ जागरूकता अभियान के सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी। स्थायी लोक अदालत के सदस्य मनीष कौशिक द्वारा उपस्थित छात्र-छात्राओं को स्थायी लोक अदालत के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। शिविर का संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश कुमार शर्मा द्वारा किया गया। संचालन के साथ-साथ उन्होने कहा कि इंटरनेट के दुरूपयोग एवं नशे से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी।
जिसमें जिला प्रोबेशन अधिकारी, सीमा मौर्य, महिला एवं बाल कल्याण अधिकारी, मौनिका गौतम, वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश कुमार शर्मा, स्थायी लोक अदालत के सदस्य, मनीष कौशिक एवं विद्यालय के प्राचार्य, उपप्राचार्य एवं समस्त स्टॉफ आदि उपस्थिति रहे।

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