सरकारी शिक्षकों का ट्यूशन पढ़ाना शिक्षा के क्षेत्र में एक बडी समस्या बना हुआ है। पिछले कुछ समय से इसे रोकने के बेहद कम प्रयास हुए हैं लेकिन अब विद्यार्थियों का शोषण रोकने के लिए जिला संगठन मंत्री राज मिश्रा के नेतृत्व में अखिल भारतीय विधार्थी परिषद् ने कमर कस ली है।
कार्यालय पर बुलाई गई एक आपात मीटिंग में विद्यार्थी परिषद् के पदाधिकारियों ने सरकारी शिक्षकों द्वारा ट्यूशन पढ़ाए जाने, प्रैक्टिकल में अंकों इत्यादि के लिए धन की मांग किए जाने जैसी विद्यार्थियों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए एक अभियान प्रारम्भ करने का निर्णय लिया है। इस संदर्भ में राज मिश्रा ने बताया कि पिछले कई माह से विद्यार्थियों की शिकायतें मिल रही हैं कि उन्हें सरकारी शिक्षकों द्वारा ट्यूशन पढ़ने के लिए बाध्य किया जाता है, परीक्षा में प्रैक्टिकल के नाम पर अवैध धन उगाही की जाती है। कई बीएड महाविद्यालयों में अटेंडेस, फॉर्म इत्यादि के नाम पर धन उगाही की शिकायतें एवम् कुछ फोटो एवम् वीडियो साक्ष्य भी विद्यार्थियों ने भेजे हैं। कई शिकायतें कोचिंग सेंटरों के विषय में भी प्राप्त हुई हैं। जुलाई से प्रारंभ होने जा रहे नए सत्र में विधार्थी परिषद् छापामार अभियान चलाकर ऐसे शिक्षको एवम् संस्थाओं के विरुद्ध कठोर कार्यवाही कराएगी। विद्यार्थी परिषद् छात्रों के हित में कोई भी संघर्ष करने से नहीं चूकेगी।