सिकन्दराराव। राशन सहित कई विभागों का भ्रष्टाचार क्षेत्रीय प्रशासन की देख-रेख में चल रहा है। इसलिए शिकायतों पर कार्यवाही नहीं की जाती। उत्तरप्रदेश और केंद्र की सरकार जनकल्याण के लिए प्रतिबध्दता से लगी हुई हैं; किन्तु कुछ भ्रष्ट अधिकारियों व नेताओं के निजी स्वार्थ सरकार को बदनाम करने का कारण बन रहे हैं। उक्त बातें कर्मयोग सेवा संघ द्वारा आयोजित धरने के पहले दिन संस्थापक अध्यक्ष विवेकशील राघव ने तहसील परिसर में कहीं।
वक्ताओं ने कहा कि राशन डीलर राशन माफियाओं की सबसे निचली कड़ी है। जिला आपूर्ति अधिकारी और आपूर्ति निरीक्षक आदि कुछ अवसरवादी नेताओं के संरक्षण में आम जनता के राशन की लूट कर रहे हैं। शिकायतकर्ताओं के यूनिट काटना, कमतोली के प्रमाण होने के बाद भी कार्यवाही से बचे रहना और मृतकों के नाम का राशन खा जाने आदि के प्रमाणों से यह सिद्ध हो जाता है कि खेल नीचे नहीं ऊपर से खेला जा रहा है। धरने को डॉ. प्रदीप गर्ग, देवेंद्र दीक्षित शूल एड., अजय पालीवाल एड., अरुण दीक्षित एड., गजेंद्र सिंह चक, सत्यप्रकाश शर्मा, निर्मलदास बाल्मीकि, शिवेंदु दीक्षित, दिनेश यदुवंशी ने भी संबोधित किया।
इस दौरान एक पत्र जिलाधिकारी हाथरस के नाम भी उपजिलाधिकारी को सौंपा गया।
इस अवसर पर हरिओम वर्मा, लाखन सिंह, विष्णु कुमार, विनय पचौरी, रमेश पुंढीर, शशिकांत शर्मा, महेन्द्रसिंह, अमर पाल सिंह, गिरन्द खां, चंद्रपाल सिंह, एदल सिंह, चंद्रपाल कलाकार, हरि सिंह, कौशल किशोर, संजय कुमार, प्रेमशंकर, श्रीकृष्ण, अशोक कुमार, इंद्रवीर सिंह, रामस्वरूप, कमल सिंह, जितेंद सिंह, जितिन कुमार, रेशमपाल, जयशंकर, शौदान सिंह, जगदीश, शंकरपाल, नन्दराम, भीमसेन, घनश्याम, भुवनेश, देवेंद्र सिंह, दिनेश कुमार, किशनस्वरूप, आनन्द, राजपाल सिंह बघेल, कन्हैयालाल वकील, सनी बाल्मीकि, नेत्रपाल सिंह, महेंद्र सिंह, कमलेश कुमार आदि उपस्थित रहे।