विश्व परिवार दिवस पर परिवारों ने किया सहभोज,हमेशा दुख-सुख में हमारे साथ खड़ा रहता है परिवार: ख्यालीराम

हाथरस। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कुटुंब प्रबोधन गतिविधि द्वारा विश्व परिवार दिवस पर परिवारिक सहभोज का आयोजन किया गया। निर्धारित दिनचर्या के अनुसार पूरे परिवार के साथ मिलकर विभिन्न सेवा कार्य किये गये। वहीँ पॉजिटीबिलिटी अनलिमिटेड व्याख्यान माला के समापन कार्यक्रम में संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के उद्धबोधन को स्वयंसेवकों ने विभिन्न सोशलमीडिया माध्यम से पूरे परिवार के साथ देखा।
विश्व परिवार दिवस के अवसर पर स्वयंसेवक बंधुओं ने निराश्रित जीवों को भोजन ,घर की स्वच्छता ,धार्मिक साहित्यों का अध्ययन , परिवार के साथ चर्चा आदि कार्य किये। आदर्श हिन्दू परिवार पर ऑनलाइन व्यख्यान हुआ जिसमें परिवार के महत्व को बताया गया। इसके बाद रात्रि 8 बजे परिवार के साथ भोजन मंत्र के साथ सहभोज किया।
आदर्श हिन्दू परिवार पर ऑनलाइन संबोधित करते हुये संगठन मंत्री विद्या भारती ख्यालीराम ने परिवार के महत्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि हर व्यक्तित के जीवन में उसके परिवार का काफी महत्व होता है। वो एक परिवार ही तो है जो हमेशा हमारे दुख-सुख में हमारे साथ खड़ा रहता है। समाज को बिना परिवार के कल्पना करना असंभव है। परिवार ही है जो हमें एक दूसरे से जोड़ने के लिए अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने आदर्श हिन्दू परिवार पर जोर देते हुये कहा कि आदर्श हिन्दू परिवार मे त्याग,बलिदान,सेवा समर्पण आदि का समनवय होता है। वहां प्रेम एवँ सहयोग का भाव होता है। एक दूसरे का सम्मान होता है।
कोरोना ने परिवार के लोगों को एक-दूसरे की अहमियत से परिचित कराया है।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति परिवार के बिना अधूरा है। पहले लोग सामूहिक परिवार में ही रहते थे। फिर धीरे-धीरे काम की तलाश में, तो कोई नौकरी के लिए अपनों से दूर होते गए। लेकिन परिवार के बिना इंसान आज बिल्कुल अधूरा है। फिलहाल पूरी दुनिया जिस दौर से गुजर रही है ऐसे में परिवार की अहमियत और भी बढ़ जाती है।
इस अवसर पर जिला प्रचारक धर्मेन्द्र ने बताया कि परिवार ही समाज की वह पहली इकाई है जो हमें संस्कार, सुरक्षा, सहयोग और शक्ति प्रदान करती है। परिवार हमें सुरक्षित महसूस कराता है, यह हमें जीवन में किसी के होने का एहसास दिलाता है। उन्होंने विश्व परिवार दिवस पर कहा कि यह दिन एक दूसरे के प्रति सम्मान और जिम्मेदारी का भी एहसास दिलाता है। उन्होंने समाज के सभी लोगों से संयुक्त परिवार में रहने का आग्रह किया।

error: Content is protected !!