मानव अधिकारों की रक्षा करना एवँ लोगों को मानवाधिकारों के प्रति जागरूक करना ही एडीएचआर का उदेश्य

हाथरस । भारत के संविधान के अनुसार किसी व्यक्ति को उसके जीवन से वंचित करना और अपराध है
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक हृयूमन राइट्स के तत्वावधान में विश्व मानव अधिकार दिवस के अवसर पर मानव अधिकार सम्मेलन का आयोजन प्रेम रघु आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज पर किया गया
सम्मेलन का शुभारंभ सदर विधायक हरिशंकर माहौर ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन कर किया
विधायक हरिशंकर माहौर ने कहा कि संविधान हमें मिलजुल कर जीवन जीने का अधिकार देता है लेकिन हम इंसानियत को त्याग कर एक दूसरे से घृणा करने लगते हैं जो के संवैधानिक अधिकारों का खुला उल्लंघन है
एडीएचआर राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वार्ष्णेय ने कहा कि ए डी एच आर के माध्यम से लोगों में जागरूकता आए और लोग एक दूसरे से कंधे से कंधा मिलाकर चलें उसी दिन सच्चा मानवाधिकार प्राप्त होगा संविधान में जीने का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, स्वास्थ्य का अधिकार, भोजन का अधिकार, आदि अन्य अधिकार दिये है लेकिन जो संतुष्टि कर्तव्य को करने के बाद मिलती है उसकी कोई सीमा नहीं होती है
महिला जिला कल्याण अधिकारी मोनिका गौतम ने कहा कि महिलाओं को सशक्त और जागरूक होने की जरूरत है अपनी आवाज को बुलंद करो जिससे स्वयं के उत्पीड़न के साथ-साथ आसपास होने वाले उत्पीड़न से भी मुक्ति मिल सके सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए काफी बड़े प्रयास किए जा रहे हैं
एडीएचआर कोषाध्यक्ष मोहन लाल अग्रवाल ने कहा कि अपने कर्तव्य की पूर्ति करते चलें अधिकार स्वयं प्राप्त हो जाएंगे
जिला अध्यक्ष सौरभ सिंघल ने कहा कि ए डी एच आर के माध्यम से समाज को नई दिशा और जागृति लाने के लिए हम प्रयासरत हैं और आगे भी रहेंगे
अध्यक्षता करते हुए प्रेम रघु आयुर्वेदिक कॉलेज के डायरेक्टर डॉ पीपी सिंह ने कहा कि ए डी एच आर के द्वारा हमारे इस प्रांगण में कार्यक्रम का आयोजन कर हमें गौरवान्वित किया है और जिन शिक्षक, शिक्षिकाओं व छात्र- छात्राओं ने इस कार्यक्रम में सहभागिता की है वह लोग वाकई में मानव अधिकार के प्रति जागरूक हैं और आगे भी हम ऐसे कार्यक्रमों को एडीएचआर के माध्यम से कराते रहेंगे जिसमें जल्द से जल्द एक रक्तदान शिविर का भी आयोजन इस प्रांगण में कराया जाएगा
सम्मेलन में प्रियंका, मीरा, शालू, ललितेश, शिवम ,संध्या, ऋषभ, पूनम ,कविता ,दिव्या, दुर्गेश ,यति आदि बच्चों ने स्पीच, गायन और एक्ट के माध्यम से मानव अधिकारों की विस्तृत व्याख्या की
कार्यक्रम का सफल संचालन संजीव वार्ष्णेय ने किया
सम्मेलन में सुनीत आर्य,शैलेंद्र सांवलिया, अमित गर्ग ,आशीष वार्ष्णेय, राजेश वार्ष्णेय, मुरारीलाल ,अजय गुप्ता ,उपदेश कौशिक, सिल्की, प्रवीण, नीरज, धर्म ,प्रिया ,संध्या, गीतम, कौशलेंद्र आदि सभी का सहयोग रहा है।

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