साहित्यिक संस्था ब्रज कला केंद्र ने मनाई महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद चंद्रशेखर आजाद एवं बाल गंगाधर तिलक की जयंती

हाथरस। स्वतंत्रता संग्राम के दो महान सेनानी शहीद चंद्रशेखर आजाद एवं बाल गंगाधर तिलक की जयंती आज साहित्यिक संस्था ब्रज कला केंद्र के तत्वावधान में शहीद भगत सिंह पार्क पर शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा एवं बाल गंगाधर तिलक के छवि चित्र पर अध्यक्ष चंद्रगुप्त विक्रमादित्य एवं उपस्थित साहित्यकारों ने माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया उसके उपरांत कार्यालय श्री राधा कृष्ण कृपा भवन आगरा रोड पर वरिष्ठ साहित्यकार एवं चिकित्सा ओमप्रकाश शर्मा चाचा हाथरसी की अध्यक्षता में काव्य गोष्ठी का आयोजन कर दोनों महान शक्तियों को नमन किया गया कार्यक्रम का संचालन कवि दीपक रफी ने किया ब्रज कला केंद्र के अध्यक्ष चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने कहां की बाल गंगाधर तिलक, जिन्हें लोकमान्य तिलक के नाम से भी जाना जाता है, एक भारतीय राष्ट्रवादी, शिक्षक, समाज सुधारक, वकील और स्वतंत्रता सेनानी थे। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के शुरुआती नेताओं में से एक थे और स्वराज (स्वशासन) के प्रबल समर्थक थे। वही चंद्रशेखर आजाद जैसे महान सेनानी जिन्होंने अंग्रेजों की गुलामी को सहन न करके मौत को युवा अवस्था में गले लगा लिया उन्होंने कहा था दुश्मन की गोलियों का सामना करेंगे आजाद ही रहे हैं और आजाद ही रहेंगे ब्रजकला केंद्र के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव आशु कवि अनिल बोहरे ने कहा कि बाल गंगाधर तिलक को “लोकमान्य” की उपाधि दी गई, जिसका अर्थ है “लोगों द्वारा स्वीकृत” या “लोगों का नेता”।
तो वहीं वरिष्ठ साहित्यकार श्याम बाबू चिंतन ने कहा कि बाल गंगाधर तिलक का प्रसिद्ध नारा “स्वराज्य हा माझा जन्मसिद्ध हक्क आहे आणि तो मी मिळवणारच” (स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा) आज भी लोकप्रिय है।
कार्यक्रम अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा चाचा हाथरसी ने कहा कि
तिलक एक कट्टरपंथी राष्ट्रवादी थे और उन्होंने ब्रिटिश शासन से पूर्ण स्वतंत्रता की वकालत की। तो वही चंद्रशेखर आजाद आज के युवाओं के लिए प्रेरणा है
पंडित अविनाश चंद्र पचोरी एवं कवि रोशन लाल वर्मा ने कहा कि तिलक ने शिक्षा और सामाजिक सुधारों के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने महिलाओं की शिक्षा और सामाजिक समानता का समर्थन किया। इस अवसर पर संस्कार भारती के अध्यक्ष चेतन उपाध्याय ने काव्य पाठ करते हुए कहा कि सूरज सितारे सारे हैं तुम्हारे हमारे तो सर नींव के ईंट गारे इस अवसर पर प्रभु दयाल दीक्षित प्रभु,हरिशंकर वर्मा, बीना गुप्ता एडवोकेट,बाबा देवी सिंह निडर;राधाकृष्ण शर्मा,कपिल नरूला, पियूष अग्निहोत्री;विष्णु कुमार, नारायण प्रसाद पिप्पल,पन्नालाल आदि मौजूद थे।

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