हाथरस,सनातन संस्कृति एक प्राचीन और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है जो भारतीय उपमहाद्वीप में विकसित हुई है। यह संस्कृति वेदों, उपनिषदों और अन्य प्राचीन ग्रंथों पर आधारित है, और इसमें विभिन्न धार्मिक, दार्शनिक और नैतिक सिद्धांतों का समावेश है।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक हृयूमन राइट्स द्वारा विश्व हिंदू परिषद की नगर की नवनियुक्त ईकाई का स्वागत व अभिनंदन कार्यक्रम मण्डी समिति स्थित एडीएचआर कार्यालय पर किया
राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वार्ष्णेय ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद अपने आप को सनातन संस्कृति के उत्थान और पुनरुद्धार के लिए समर्पित किये हुए हैं सनातन संस्कृति ने भारतीय समाज और संस्कृति पर गहरा प्रभाव डाला है, और इसके सिद्धांत और मूल्य आज भी प्रासंगिक हैं हमें ऐसी आशा है कि नवनियुक्त नगर ईकाई सनातन संस्कृति की मजबूती के लिए उल्लेखनीय कार्य करेगी
नवनियुक्त नगर अध्यक्ष संजय गर्ग ने कहा कि सनातन संस्कृति में वेदों को अत्यधिक महत्व दिया जाता है, जो प्राचीन भारतीय ग्रंथ हैं जिनमें धार्मिक, दार्शनिक और नैतिक शिक्षाएं हैं हम सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों के सानिध्य में नगर में रचनात्मक कार्य कर आमजन को जागरूक करने का कार्य करेंगें एडीएचआर द्वारा स्वागत-सम्मान से अपने आप को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं
जिला उपाध्यक्ष गोपाल कृष्ण शर्मा व जिला महामंत्री प्रवीन खण्डेलवाल ने कहा कि सनातन संस्कृति में धर्म और कर्म का महत्व है, जिसमें व्यक्ति को अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का पालन करना होता है एडीएचआर समाज में मुख्य भूमिका में सामाजिक कार्य करती रहती है आज के स्वागत व अभिनंदन के सभी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हैं
स्वागत व अभिनंदन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एडीएचआर जिलाध्यक्ष उपवेश कौशिक ने कहा सनातन संस्कृति में सामाजिक व्यवस्था का महत्व है, जिसमें व्यक्ति को अपने परिवार, समाज और देश के प्रति जिम्मेदार होना होता है वीएचपी की नगर ईकाई को अनंत कोटि शुभकामनाएं
नगर कमेटी से नवनियुक्त राजीव प्रताप सिंह नगर उपाध्यक्ष, डॉ राहुल सिंह नगर उपाध्यक्ष, मोहनलाल शर्मा नगर उपाध्यक्ष,
अनमोल अग्निहोत्री नगर मंत्री,
विजय गुप्ता नगर सहमंत्री, दीपक अग्रवाल नगर सेवा प्रमुख,अमित कुशवाहा जिला सह प्रसार प्रमुख,जिला महासचिव शैलेंद्र सांवलिया, केशवदेव अरोड़ा(डब्बू),अमन बंसल, उद्धव कृष्ण शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे