भाजपा ने घंटाघर पर सेंट जॉन्स पब्लिक स्कूल में अल्पसंख्यक संवाद सभा का किया आयोजन
हाथरस। विधानसभा हाथरस का बक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर हाथरस के घंटाघर पर सेंट जॉन्स पब्लिक स्कूल में अल्पसंख्यक संवाद सभा का आयोजन किया गया, कार्यक्रम की अध्यक्षता सदर विधायक अंजुला माहौर द्वारा की गई जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मैनपुरी भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंह चौहान रहे विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी रहे, जिसमें मुख्य अतिथि प्रदीप सिंह चौहान द्वारा अपने वक्तव्य में बक्फ संशोधन अधिनियम के फायदे के बारे में बताया गया उन्होंने यह कहा 2013 में कांग्रेस की सरकार द्वारा बक्फ संशोधन अधिनियम किया
गया, जिसमें बक्फ को असीमित शक्तियां दे दी गईं जिसका मुख्य उद्देश्य यह था न खाता ना वही जो बक्फ कह दे वही सही,एवं अल्पसंख्यकों को होने वाले लाभ के बारे में भी विस्तार से बताया, वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष शरद महेश्वरी ने अपने उद्बोधन में यह बताया कि बक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर विपक्षी दलों द्वारा समाज में विभिन्न प्रकार की भ्रांतियां को फैला दिया गया है, यह संशोधन बहुत लाभदायक है, इससे प्रत्येक वर्ग को लाभ होगा पूर्व में विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा बक्फ की बड़ी-बड़ी संपत्तियों पर अपने-अपने माल मल्टीनेशनल बिल्डिंग, अपार्टमेंट, मार्केट, होटल रेस्टोरेंट ,थिएटर आदि बनाए गए हैं, अब जब उसकी जांच की जाएगी, जांच में गलत पाए जाने पर इन सभी संपतियों पर सरकार का बुलडोजर चलेगा, यही चिंता विपक्षी दलों को सता रही है ,वहीं सदर विधायक अंजुला सिंह माहौर द्वारा अपने वक्तव्य में यह कहा गया कि बक्फ संशोधन अधिनियम से वास्तव में सभी को बहुत बड़ा लाभ होगा, अल्पसंख्यक समाज को चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है, और सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया, कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित रहने वालों में अल्पसंख्यक मोर्चा जिला अध्यक्ष शब्बीर अहमद, महामंत्री समीर घोसी, नवाब कुरैशी,हुमायूं खान,पूर्व जिला अध्यक्ष गौरव आर्य, संजय सक्सेना, संतराज सिंह, विष्णु बघेल, प्रदीप शर्मा, स्मृति पाठक,मूलचंद वार्ष्णेय, योगेश सैंगर, महिला मोर्चा अध्यक्ष सुनीता वर्मा, सेंट जॉन्स स्कूल की डायरेक्टर सुचेता जॉन, पिछड़ा मोर्चा अध्यक्ष मोहित बघेल, सोनिया नारंग, मोहन पंडित ,नरेंद्र ग्रोवर, क्षमा शर्मा, सतीश माहौर, बबलू हंसमुख, दिलीप चौधरी, महेश वर्मा,दिनेश कुमार के अलावा मुस्लिम समाज के लोग उपस्थित थे