हाथरस। उच्च न्यायालय, इलाहाबाद एवं उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के आदेशानुसार जनपद न्यायाधीश सतेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में बैठक वीडियो काॅन्फ्रेसिंग कक्ष, जनपद न्यायालय, हाथरस में दिनांक 08.03.2025 को प्रस्तावित राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक वादों के निस्तारण के सम्बन्ध में अपर जनपद न्यायाधीश, नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय लोक अदालत, महेन्द्र श्रीवास्तव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अपर जनपद न्यायाधीश, सचिव, प्रशान्त कुमार एवं समस्त न्यायिक अधिकारीगण के साथ सम्पन्न हुई। जनपद न्यायाधीश द्वारा समस्त न्यायालयों के पीठसीन अधिकारी द्वारा भेजे गये सम्मन, नोटिस की तामीला के सम्बन्ध में समीक्षा की गयी तथा सभी न्यायिक अधिकारीगण को वादकारियों को सुलभ एवं सस्ता न्याय दिलाये जाने के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश दिये गये। सभी अधिकारीगण को उनके न्यायालय में लम्बित पुराने से पुराने वादों का अधिक से अधिक संख्या में निस्तारण करने के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश दिये गये तथा वादकारियों को लोक अदालत के माध्यम से निस्तारित वादों से होने वाले लाभों की जानकारी दिये जाने की सम्बन्ध में बताया गया।
इसके अतिरिक्त जनपद न्यायालय हाथरस में लघु आपराधिक वादों के निस्तारण हेतु तीन दिवसीय विशेष लोक अदालत में आज द्वितीय दिवस की विशेष लोक अदालत में अपर जनपद न्यायाधीश, नोडल अधिकारी, लोक अदालत महेन्द्र श्रीवास्तव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अपर जनद न्यायाधीश, सचिव, प्रशान्त कुमार, समस्त न्यायिक अधिकारीगण, व अधिवक्तागण, वादकारिगण उपस्थित रहे, इस विशेष लोक अदालत में कुल 33 वादों का निस्तारण किया गया।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, हाथरस संजीव कुमार त्रिपाठी के न्यायालय से 14 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया गया।
अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, हाथरस मुन्नालाल के न्यायालय से 05 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया गया।
अपर सिविल जज(व.प्र.), हाथरस दीपकनाथ सरस्वती के न्यायालय से 01 लघु आपराधिक वाद का निस्तारण किया गया।
सिविल जज(व.प्र.)/एफ.टी.सी., हाथरस अनु चैधरी के न्यायालय से 07 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया गया।
अपर सिविल जज(क.प्र.), कोर्ट संख्या-5, हाथरस हर्षिका रस्तोगी के न्यायालय से 04 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया गया।
न्यायिक मजिस्ट्रेट, सिकन्द्राराऊ अभिषेक चैधरी के न्यायालय से 02 लघु आपराधिक वाद का निस्तारण किया गया।