हाथरस। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय मुरसान में महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में धूमधाम से कार्यक्रम हुआ । मुख्य वक्ता वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका, सह जिला प्रभारी बीके भावना बहिन ने कहा कलयुग के अंतिम चरण में जब मनुष्य धर्म भ्रष्ट और कर्म भ्रष्ट होकर तुच्छ बुद्धि बन जाता है। तब परमात्मा शिव संसार के कल्याण हेतु सभी मनुष्यों को दुख-दर्द ,अशांति एवं विकारों के चुंगल से छुडा कर ज्ञान की ज्योति और पवित्रता की किरण बिखेर कर सुख- शांति, आनंद, संपन्नता, मनुष्य में देवता की पुनः स्थापना करते हैं। परमात्मा शिव के दिव्य और अलौकिक जन्म की पुनीत स्मृति में ही शिवरात्रि अर्थात शिव जयंती का त्यौहार मनाया जाता है।
मुख्य अतिथि मुरसान कोतवाली प्रभारी ममता सिंह ने कहा कोई एक अदृश्य शक्ति है जो हम सभी को चला रही है | हमारा सबका एक ही कर्म है नेक बन सभी का सहयोग करना |
स्थानीय प्रभारी बीके बबिता बहन ने शिव और शंकर में अंतर बताते हुए कहा कि शिव परमात्मा निराकार ज्योति स्वरूप है। जबकि शंकर सूक्ष्म देवधारी हैं। शिव का अर्थ कल्याणकारी है, जबकि शंकर को विनाशकारी दिखाते हैं। शिव सभी आत्माओं का परमपिता है। रक्षक है। वह हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं।
कार्यक्रम के मध्य में बच्चों में सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किया |
मंचासीन पूर्व चैयरमैंन गिर्राज किशोर शर्मा जी, पूर्व चैयरमैंन रजनेश कुशवाह एवं बीके मिथलेश बहिन, बीके रश्मि आदि अतिथियों ने अपनी शुभकामनायें व्यक्त की |
कार्यक्रम के अंत में सेवा केंद्र पर शिव ध्वज फहराया गया। शिवध्वज के नीचे सभी भाई बहनों ने संकल्प लिया कि हम जीवन में बुराइयों को छोड़ अच्छाई के मार्ग पर चलेंगे। नकारात्मकता को छोड़ सकारात्मक सोच रखेंगे।
कार्यक्रम में कोतवाली प्रमुख के साथ आए पुलिसकर्मी दल, संजय कुमार , विष्णु कुमार, बीके पुष्पा, धीरज, लल्लू, जमुना प्रसाद, जयंती, अनीता गीता, चंद्र वती, केला माताजी, निर्मल, कमला, शकुंतला, आदि मौजूद रहे