हाथरस। आर.के.सिह, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, हाथरस द्वारा जनपद में कृषक भाइयांे को बताया कि रवी फसलों में 15-25 प्रतिषत कीटरोग, खरपतवार आदि के कारण क्षति होती है जिसमें लगभग 33 प्रति0 खरपतवारों से 26 प्रति0 रोगों से 20 प्रति0 कीटों से 7 प्रति0 अन्न भण्डारण से 6 प्रति0 चूहा/कृन्तक से तथा 8 प्रति0 अन्य कारणों से फसलों में क्षति होती है। फसलों में खरपतवार नियंत्रण समय से करने के बारे में जानकारी विस्तृत रूप से दी।
(क) गेंहू की फसल में चौडी पत्ती वाले एवं संकरी पत्ती वाले खरपतवार उगते है,जिनका नियन्त्रण खुरपी द्वारा अथवा रासायनिक नियत्रंण निम्न प्रकार करना चाहिए।
1. संकरी पत्ती वाले खरपतवार- गेंहू की फसल मे गेहू का मामा/गंेहूसा, जंगली जई के नियन्त्रण हेतु सल्फो सल्फयूरान 75ः डब्लू जी 33 ग्राम (2.50यूनिट) अथवा आइसोप्रोटूरान 75 प्रतिशत डब्लू पी 1.25 कि0ग्रा0 अथवा क्लोडीनोफॉफ प्रोपरगिल -15 प्रतिशत डब्लू पी 400 ग्राम प्रति हैक्टेअर की दर से बुवाई के 30-35 दिन की अवस्था पर लगभग 500-600 लीटर पानी में घोल बनाकर फ्लैटफेन नोेजेल से छिडकाव करना चाहिए।
2. चौडी पत्ती वाले खरपतवार- गेंहू की फसल में बथुआा, सैन्जी, कृष्णनील, हिरनखुरी, चटरी- मटरी, अकरा-अकरी, जंगली गाजर, गजरी प्याजी, खरतुआ सत्यानाशी इत्यादि के नियत्रण हेतु 2,4 डी सोडियम साल्ट -80 प्रतिशत 625 ग्राम अथवा 2,4 डी डाई मिथाइल एमाइन साल्ट – 58 प्रति0 एस एल 1.25 लीटर अथवा मेटसल्फूरान मिथाइल-20 प्रतिषत डब्लू पी 20 ग्राम (2.5 यूनिट) प्रति हैक्टेअर की दर से बुवाई के 30-35 दिन की अवस्था पर लगभग 500-600 लीटर पानी में घोल बनाकर फ्लैटफेन नोेजेल से छिडकाव करना चाहिए।
3. संकरी एवं चौडी पत्ती वाले खरपतवार- नियत्रंण हेतु सल्फो सल्फ्यूरान 75 प्रति0़ तथा मैट सल्फ्यूरान मिथाइल 5 प्रति0डब्लू पी की 40 ग्राम (2.5 यूनिट) अथवा क्लोडीनोफॉफ प्रोपरगिल 15 प्रति0 तथा मैट सल्फ्यूरानइथाइल 1प्रति डब्लू पी 400 ग्राम मात्रा प्रति हैक्टेअर की दर से बुवाई के 30-35 दिन की अवस्था पर लगभग 500-600 लीटर पानी में घोल बनाकर फ्लैटफेन नोेजेल से छिडकाव करना चाहिए।
(ख) मटर चना मसूर में खरपतवार नियन्त्रण- मटर, चना, मसूर की खडी फसल में कृषक भाइयांे को खरपतवार हाथ से उखाड कर अथवा खुरपी से निराई कर नियंत्रण करना चाहिए।
किसानों की फसल पर कीट, रोग एवं खरपतवार की समस्या के समाधान हेतु कृषि निदेशालय स्तर पर हेल्पलाइन नम्बर 9452247111 एवं 9452257111 जारी किये गये है। किसानों द्वारा कीट/रोग से सम्बन्धित समस्या को वाट्सएप अथवा एस0एम0एस0 के माध्यम से कृषक का पता (नाम, ग्राम, विकास खण्ड, जनपद) फसल का नाम, कीट/रोग का नाम अथवा कीट/रोग के लक्षण अथवा फसल का फोटो भेजा जाता है, समस्या का निस्तारण 48 घण्टे के भीतर ही हो जाता है, जिसका समाधान सम्बन्धित मोबाइल पर ही मैसेज के माध्यम से प्राप्त होता है।