खरीफ फसलों को रोग व कीट से बचाब हेतु जारी की एडवांरी

हाथरस । जिला कृषि रक्षा अधिकारी आर0 के0 सिंह ने बताया है कि खरीफ फसलों धान, मक्का बाजरा में इस समय कुछ क्षेत्र में रोग/कीट दिखाई दे रहे है, जिनके नियंत्रण एवं बचाव हेतु कृषक भाईयों को निम्न उपाय करने की सलाह दी जा रही है। उक्त के क्रम में फसलवार सुझाव एवं संस्तुतियां निम्न प्रकार हैं-
धान-बकानी /झण्डा रोग – इस प्रकार के रोग के नियंत्रण हेतु खडी फसल में प्रोपीकोनाजोल 25 प्रतिशत 1 लीटर अथवा कार्बेन्डाजिम 12 प्रतिशत+मेंन्कोजेब 63 प्रतिशत डब्लू0पी0 1 कि0ग्रा0 अथवा थायोेंफिनेट मिथाइल 70 प्रतिशत डब्ल0पी0 1 किलोग्राम+स्ट्रप्टों साइक्लिन 50 ग्राम+ट्राईकाडर्मा हरजिनियम 2 प्रति0 डब्लू0पी0 की 5 किलोग्राम मात्रा प्रति है0 अथवा कॉपर सल्फेट 47.15 प्रतिशत+मेंन्कोजेब 30 प्रति0 डब्लू0डी0जी0 2 किलोग्राम प्रति है0 की दर से 500 से 600 लीटर पानी में घोलकर छिडकाव करें।
दीमक एवं जड़ की सूड़ी- इसके नियंत्रण हेतु क्लोरोपाइरीफॉस 20 प्रतिशत ई0सी0 2.5 ली0 अथवा मिथाइल पैराथियॉन 2 प्रति0 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से सिंचाई के पानी के साथ प्रयाोग करें।
खैरा रोग- खैरा रोग के नियंत्रण हेतु 5 कि0ग्रा0 जिंक सल्फेट को 20 कि0ग्रा0 यूरिया अथवा 2.5 कि0ग्रा0 बुझे हुये चूने के पानी को प्रति हे0 की दर से 1000 ली0 पानी में घोलकर छिड़काव करना चाहिए।
तना छेदक- तना छेदक से बचाव हेतु फेरोमोन ट्रैप (एस0बी0 ल्योर) 6-8 प्रति हे0 की दर से प्रयोग करना चाहिए तथा इसके रासायनिक नियंत्रण हेतु क्यूनालफॉस 25 प्रतिशत ई0सी0 1.5 ली0 अथवा फिप्रोलिन 5 प्रतिशत एस0सी0 1.0-1.5 ली0 को 500-600 ली0 पानी में घोल बनाकर प्रति हे0 की दर से अथवा कारटाप हाइड्रोक्लोराइड 4 जी0 की 18 कि0ग्रा0 मात्रा को प्रति हे0 की दर से 3-5 सेमी0 स्थिर पानी में बिखेर कर प्रयोग करें।
पत्ती लपेटक- पत्ती लपेटक कीट के नियंत्रण हेतु क्लोरोपाइरीफास 20 प्रतिशत की 2.5 ली0 अथवा क्यूनालफास 25 प्रतिशत ई0सी0 1.25 ली0 प्रति हे0 की दर से 500-600 ली0 पानी मं घोलकर छिड़काव करें।
मक्का/बाजरा-फाल आर्मी वर्म/सूडी- फाल आर्मी वर्म कीट के नियत्रंण हेतु इमामेक्टिन बेन्जोएट 5 प्रति0 एस0जी0 250 ग्रा0 अथवा क्लोरेन्ट्रानिलिप्रोल 18.5 प्रतिशत एस0सी0 200 मिली0 अथवा स्पाइनेटोरम 11.7 एस0सी0 400-450 मिली0 अथवा थायोमेथाक्सॉम 12.6 प्रति0+लैम्डासाइहैलोथ्रिन 9.5 प्रति0 400 मिली0 प्रति है0 की दर से 500-600 ली0 पानी में घोल बनाकर सॉय के समय छिडकाव करें।
कृषक भाई किसी भी कीट/रोग व खरपतवार की समस्या के निवारण हेतु व्हाट्सएप नं0 9452247111 अथवा 9452257111 पर प्रभावित पौधों की फोटो सहित अपनी समस्या व पता लिखकर मैसेज भेजकर 48 घण्टे में समस्या का निस्तारण कर आपके मोबाइल पर भेज दिया जायेगा। अधिक जानकारी के लिए प्रभारी राजकीय कृषि रक्षा इकाई अथवा जनपद स्तर पर जिला कृषि रक्षा अधिकारी कार्यालय से सम्पर्क करे।

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