आदर्श समायोजित शिक्षक/शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन,उत्तर प्रदेश के आवाह्न पर किया प्रदर्शन
मांगे नही मानी गई तो लखनऊ में अनिश्चित कालीन प्रदर्शन की चेतावनी
हाथरस। आदर्श समायोजित शिक्षक/शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन,उत्तर प्रदेश के आवाह्न पर हाथरस जनपद में भी संगठन के मांडलिक मंत्री/जिला अध्यक्ष ब्रजेश वशिष्ठ के नेतृत्व में माननीय मुख्यमंत्री को संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन खंड शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) आलोक प्रताप श्रीवास्तव को शिक्षामित्रों के द्वारा सौंपा गया।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार भारी बारिश और खराब मौसम के बाबजूद भी भारी तादाद में शिक्षामित्रों का जमावड़ा राजकीय कन्या इंटर कॉलेज के पास हुआ और वहां से जोरदार नारेबाजी करते हुए जुलूस की शक्ल में बीएसए कार्यालय पर पहुंचे। इस मौके पर शिक्षामित्रों को संबोधित करते हुए मांडलिक मंत्री /जिलाध्यक्ष बृजेश वशिष्ठ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगभग 1 लाख 48 हज़ार शिक्षामित्रों 23 वर्षों से निरंतर निष्ठापूर्वक शिक्षण कार्य कर रहे हैं। 25 जुलाई 2017 के माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद शिक्षामित्रों के समक्ष उनके परिवार के भरण–पोषण का संकट खड़ा हो गया है। इन्हीं परिस्थितियों के चलते लगभग 8 हजार शिक्षामित्रों की आकस्मिक मृत्यु हो चुकी है। विगत लगभग आठ वर्षो से हम निरंतर मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ती के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उत्तरप्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री जी से हम शिक्षामिंत्रों के हित में अतिशीघ्र निर्णय लिए जाने की मांग करते हैं, अन्यथा की स्थिति में 5 सितंबर 2024 को उत्तरप्रदेश का एक–एक शिक्षामित्र लखनऊ में अनिश्चित कालीन प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होगा।
प्रमुख मांग:-
1. अध्यादेश के माध्यम से शिक्षामित्रों को पुनः सहायक अध्यापक पद पर पदस्थापित किया जाए उक्त प्रक्रिया पूर्ण होने तक समान कार्य का समान वेतन व समान सुविधाएं प्रदान की जाएं।
2. महिला शिक्षामित्रों को उनकी ससुराल के जनपद के विद्यालयों में स्थानांतरण पाने का अवसर प्रदान किया जाए।
3. जिले के अंतर्गत शिक्षामित्रों को उनके मूल विद्यालय/निकटतम विद्यालय में वापस होने का अवसर प्रदान किया जाए तथा मृतक शिक्षामित्र के परिवार को यथोचित नौकरी/आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
4. कैशलेस चिकित्सा की सुविधा/आयुष्मान कार्ड की सुविधा प्रदान की जाए।
5. महिला शिक्षामित्र को सीसीएल की सुविधा प्रदान की जाए।
6. आकस्मिक अवकाश 11 के स्थान पर 14 दिए जाएं और अर्थ आकस्मिक अवकाश की सुविधा प्रदान की जाय।
7. सेवानिवृत्ति की उम्र 62 वर्ष की जाए।*ल
इस अवसर पर पवन प्रताप सिंह, मूलचंद माहौर, संगीता शर्मा, चौधरी निरंजन सिंह, चौधरी घनश्याम सिंह,रखी शर्मा, प्रमोद सेंगर, मुकेश सेंगर, कृष्णकांत दुबे, राजीव शर्मा, विजय कुमार सिंह, भूपेंद्र कुमार, जीतेंद्र गौतम, अंजली तिवारी, हेमलता शर्मा, राजकमल शर्मा, जीतेंद्र कौशिक, हरिमोहन पाठक, राजेश कुमार पचौरी,तनु गौतम, महेंद्रपाल सिंह, श्यामवीर सिंह,नारायणस्वरूप, पूनम चतुर्वेदी,पूनम शर्मा, कंचन शर्मा, राजेंद्र शर्मा,जूही शर्मा,विनय कुमार सिंह, हिमांशु सेंगर, अंजू सक्सेना, पूनम अग्रवाल,दक्ष कुमार सिंह, राखी पुष्कर, सीमा बंसल, शिवदत्त भारद्वाज, प्रेमसिंह आदि दर्जनों शिक्षामित्र उपस्थित थे।