जनमानस को मिलेट्स से बने उत्पादों की उपयोगिता के संबंध में करें जागरूक

हाथरस । सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (आत्मा) योजनान्तर्गत वर्ष 2024-25 की गवर्निंग बोर्ड की कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक करते हुए जिलाधिकारी आशीष कुमार ने योजना के तहत मिलेटस एवं जैविक खेती करने हेतु प्रोतसाहित करने, उन्नतिशील खेती हेतु कृषकों को प्रशिक्षण, भ्रमण कार्यक्रम, किसान गोष्ठी आयोजित करने एवं संचालित योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने गत आयोजित बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुपालन पर विस्तार से जानाकरी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होनें उप निदेशक कृषि को जनपद में कपास, आलू तथा मटर की फसल उत्पादन के संबंध में किसनों को अलग-अलग राज्यों का भ्रमण/प्रशिक्षण हेतु ले जाने के निर्देश दिये। इस योजना के तहत अधिक से अधिक कृषको को जोडने के निर्देश दिये जिससे कि किसानों को अधिक लाभ हो सकें। संबंधित विभागो को समन्नवय स्थापित करते हुये प्रशिक्षण/प्रदर्शन/पाठशाला/कृषि गोष्ठी जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कराने तथा प्रगति रिर्पोट फोटोग्रफ्स सहित नियमित रूप से उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने कहा कि उन्नतिशील कृषि यन्त्र तथा मशीनरी कृषि उत्पादन का एक महत्वपूर्ण कृषि निवेश है। विभिन्न कृषि कार्यों को समय से कम लागत पर सम्पादित करने तथा मूल्यवान कृषि निवेशों, बीज, उर्वरक, पानी, कृषि रक्षा रसायन आदि का अधिकतम क्षमता में उपयोग सुनिश्चित करते हुए कृषि उत्पादन में वृद्धि के लिए सहायक होते है। उन्होंने मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि कृषि कार्यक्रमों, प्रशिक्षणों का आयोजन गंभीरतापूर्वक किया जाए, जिसमें क्षेत्रीय किसानों की अधिक से अधिक प्रतिभागिता सुनिश्चित करते हुए किसानों के हितार्थ जो भी योजनाएं सरकार द्वारा संचालित है, उनकी जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग में तैनात एटीएम, बीटीएम, किसान सहायक, किसान सहयोगी मित्र आदि की सक्रियता को बढ़ाकर जनपद के किसानों को कृषि के नए आयामों के प्रति जागरूक कर जनपद की नर्सरियों का विजिट कराया जाए, साथ ही यदि कोई एफ0पी0ओ0 अच्छा कार्य कर रहा है तो अन्य किसानों को भी उन एफ0पी0ओ0 का विजिट कराकर जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि एफ0पी0ओ0 के माध्यम से किसानों को जोड़कर कृषि विभाग की योजनाओं का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाए, साथ ही एफ0पी0ओ0 के साथ कैसे कार्य करना है इस हेतु कार्यशाला का आयोजन करने तथा किसानों को नई तकनीकी के माध्यम से खेती करने हेतु जागरूक करें। जिलाधिकारी ने जनपद में तैनात बी0टी0एम0 कर्मचारियों द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा देने एवं शासन द्वारा कृषक बंधुओं हेतु संचालित योजनाओं का लाभ दिलाये जाने हेतु जानकारी प्रदान करने के निर्देश दिए। सभी एटीएम, बीटीएम, किसान सहायकों की बैठकें निरंतर कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मिलेटस एवं जैविक खेती पर जोर देते हुए किसानों की आय दोगुनी करने हेतु बेहतर प्रयास करने एवं जनपद के प्रगतिशील किसानों द्वारा की जा रही जैविक खेती की जानकारी उपलब्ध कराने हेतु जनपद के किसानों को भ्रमण कराने एवं जैविक खेती से होने वाले लाभों के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करते हुए जागरूक करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने उपनिदेशक कृषि तथा जिला कृषि अधिकारी को कृष्को को शासन द्वारा संचालित योजनाओं एवं उन्नतशील खेती के संबंध में जागरुक किए जाने हेतु आयोजित गोष्ठी, पाठशाला, प्रशिक्षण कार्यक्रमों के दौरान वैज्ञानिकों के साथ-साथ प्रगतिशील मास्टर ट्रेनर कृषकों की सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मिलेट्स के बीज उत्पादन, खाद्य उत्पाद आदि को तैयार करना व अन्य कृषकों को मिलेट्स की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने मिलेट्स के द्वारा निर्मित विभिन्न प्रकार के खाद्य व्यंजन बनाए जाने हेतु स्वयं सहायता समूह की सहभागिता एवं जनमानस को मिलेट्स से बने उत्पादों की उपयोगिता के संबंध में जागरूक करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान उपनिदेशक कृषि ने सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (आत्मा) योजनान्तर्गत वर्ष 2024-25 की गवर्निंग बोर्ड के तहत संचालित योजनयों के क्रियान्वयन, प्रगति, प्रस्तावित कार्यो आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
बैठक के दौरान मौजूद किसान भाईयों ने कृषि के संबंध में अपने-अपने अनुभव साझा किये तथा कपास, आलू एवं मटर की खेती को बढ़ावा देने संबंध में इच्छुक किसानों को प्रशिक्षण प्रदान करने, अधिक जानाकरी हेतु भ्रमण कराने के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराने की बात कही। जिस पर जिलाधिकारी ने जिला कृषि अधिकारी को इच्छुक किसानों को प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक, उपनिदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, एल0डी0एम0, मत्स्य अधिकारी, अधिसाशी अभियन्ता सिचाई तथा कृषक बंधु आदि उपस्थित रहे।

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