हाथरस । शासन की महत्वाकाक्षीं व अतिमहत्वपूर्ण प्राथमिकता के अन्तर्गत जिलाधिकारी हाथरस श्रीमती अर्चना वर्मा के निर्देशानुसार जनपद हाथरस की ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित 33 अस्थाई गौशालाओं के बेहतर प्रबन्धन, गौवशों को पौष्टिक चारा, पानी, स्वास्थ्य की समुचित व्यवस्था के लिये गौशालाओं की निगरानी सी0सी0टी0वी0 के माध्यम से कलेक्ट्रेट, हाथरस के ई०ओ०सी० (इमरजेंसी आपरेशन सेंटर) में करायी जा रही है।
जिलाधिकारी के निर्देशानुसार गौशालाओं के संचालित होने से रोजगार के अवसर बढ़ेगें एवं किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ निराश्रित गौवंशो की संख्या में कमी आयेगी। गौशालाओं में निराश्रित बेसहारा गौवशों के संरक्षण व भरणपोषण तथा स्वास्थ्य के लिये समुचित व्यवस्थाऐं गौशालाओं में की गयी है। साथ ही खण्ड विकास अधिकारियों, ग्राम पंचायत सचिवों तथा केयरटेकरों के माध्यम से गौवशों की निरन्तर देखभाल की जा रही है।
जिलाधिकारी हाथरस ने जिला पंचायत राज अधिकारी हाथरस को सम्बन्धित ए०डी०ओ० पंचायत/ सचिव से गौशालाओं की साप्ताहिक निरीक्षण आख्यायें प्राप्त करने हेतु तथा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी हाथरस को गौवंशों की नियमित स्वास्थ्य जांच/चिकित्सा कराने हेतु तथा समस्त खंड विकास अधिकारी जनपद हाथरस को गौशालाओं में निर्बाध विद्युत, इंटरनेट, सी०सी०टी०वी० के समुचित संचालन सहित गौवंशों हेतु चारें, भूसा, पानी आदि की समुचित व्यवस्था कराने हेतु निर्देशित किया है।
जिलाधिकारी द्वारा जिला मुख्यालय स्तर पर गौशालाओं की निरन्तर एवं नियमित पर्यवेक्षण एवं सफल संचालन हेतु मुख्य विकास अधिकारी को नोडल नामित किया है।
————————————————————-