मुख्य चिकित्साधिकारी को विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की रैंकिंग में सुधार लाने के निर्देश

हाथरस । जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की जनपद स्तरीय मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में करते हुए जिलाधिकारी अर्चना वर्मा ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार करने तथा मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाऐं मुहैया कराने के निर्देश दिए।
जिलाधीकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि सुनिश्चित करे की समस्त चिकित्सक, अधिकारी/कर्मचारी निर्धारित तैनाती स्थल पर निवास करें। चिकित्सक, सरकारी कर्मचारी/संविदा कर्मचारी ड्यूटी पर समय से उपस्थित हो एवं चिकित्सक, सरकारी कर्मचारी एवं संविदा कर्मचारियों की उपस्थित सुनिश्चित हेतु प्रतिदिन प्रातः 08ः00 जूम मीटिंग करने के निर्देश दिए। जिन क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं की डिलेवरी सरकारी अस्पतालों में कम हो रही है उन क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए संबंधित आशाओं की जिम्मेदारी तय करते हुए उनके विरूद्व कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होनें मुख्य चिकित्सा अधिकारी को स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित निःशुल्क सेवाओं/सुबिधाओं के बारे में आम जनमानस को जानकारी हो इसके लिए संयुक्त जिला अस्पताल सहित समस्त सी0एच0सी, पी0एच0सी0 व हेल्थ एण्ड वेलनेश केन्द्रों की दीवारों पर निःशुल्क सेवाओं/सुबिधाओं को अंकित कराने के निर्देश दिए।
निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रसव की संख्या कम होने पर जिलाधिकारी ने समस्त एम0ओ0आई0सी0 को आशाओं के साथ बैठक करने एवं गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने हेतु प्रेरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को यह भी जानकारी दें कि घर की अपेक्षा सरकारी अस्पताल में प्रसव अधिक सुरक्षित रहता है यदि प्रसव के दौरान किसी भी प्रकार की काई समस्या आती है तो उन्हें तुरंत स्वास्थ्य सेवाऐं मुहैया कराई जाती है। जिससे जच्चा-बच्चा को किसी प्रकार की कोई समस्या नही आती है। उन्होंने गर्भवती महिला को प्रसव के उपरांत 48 घंटे तक चिकित्सालय में अवश्यक भर्ती रखने एवं इसके पश्चात् एम्बूलेंस के माध्यम से गंतव्य स्थान तक पहुँचाने के निर्देश दिए। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि का भुगतान शत प्रतिशत कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने आर0बी0एस0के0 टीम को भ्रमण के दौरान गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं को दिये जाने टीके की उपयोगिता के संबंध में जागरूक करने एवं व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। जिससे कि कोई भी गर्भवती महिला एवं नवजात शिशु टीकाकरण से वंचित न रहे। उन्होंने आर0बी0एस0के0 टीम को निर्देशित किया कि भ्रमण के दौरान लोगों को जागरूक करें कि यदि उनके बच्चों में किसी भी प्रकार की कोई समस्या है तो सरकारी अस्पताल में चिकित्सक से अवश्य सम्पर्क करें। गर्भवती महिलाओं एवं किशोरियों को दी जाने वाली आयरन तथा कैल्शियम की गोलियों का सेवन शत प्रतिशत कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने समस्त एम0ओ0आई0सी से नियमित रूप से पैथोलॉजी, एक्स-रे एवं अल्ट्रासाउण्ड जाँच नियमित रूप से कराने के निर्देश दिए जिससे कि आने वाले मरीजों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं में निर्धारित लक्ष्य को प्रत्येक माह पूर्ण करने निर्देश दिए, जिससे कि वर्ष के अंत में निर्धारित लक्ष्य को पूर्ण करने कठिनाईयों का सामना न करना पड़े। अवशेष हेल्थ एण्ड वेलनेश केन्द्रों पर विद्युत एवं पानी के कनेक्शन की कार्यवाही को तत्काल पूर्ण करने के निर्देश दिए।
जिला स्वास्थ्य समिति के अंतर्गत आयोजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने ओ0पी0डी0, आई0पी0डी0, अल्ट्रासाउण्ड, एक्स-रे, पैथोलोजी, जननी सुरक्षा योजना/भुगतान, एफ0आर0यू0, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर0बी0एस0के0), परिवार नियोजन, राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टिक्षीणता नियंत्रण, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के संचालन, एम्बुलेंस 108, नेशनल एम्बुलेंस सेवा 102, पी0पी0पी0 परियोजना, मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गोल्डन कार्ड निर्माण, नियमित टीकाकरण, जन्म-मृत्यु पंजीकरण, पी0सी0पी0एन0डी0टी0, मौसमी बीमारियां, संचारी रोग नियंत्रण अभियान, राष्ट्रीय कृमि मुक्त कार्यक्रम के साथ सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमो, योजनाओं तथा गतिविधियों की समीक्षा कर मुख्य चिकित्साधिकारी को विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की रैंकिंग में सुधार लाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, समस्त अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारी, प्रतिरक्षण अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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