बड़ते हुए यौन अपराधों का जिम्मेवार कौन,कैसे रुके?

डा यू एस गौड़
सामाजिक गतिविधि विश्लेषक

जब कभी भी समस्याएं आती हैं,लोग भयभीत होते है किंतु हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि समस्याओं के समाधान भी है,इन समाधानों को ढूंढने के लिए कुछ ही लोग आगे आते है।देश काल,स्थिति के अनुसार विभिन्न प्रकार की सामाजिक समस्याएं जन्म लेती हैं,किंतु समाज उन पर जब तक ध्यान नहीं देता तब तक ये भयंकर रूप धारण नही कर लेती।
भूतकाल में हाथरस उद्योग, हास्य,और सामाजिक समरसता के लिए प्रसिद्ध था किंतु अब, जघन्य यौन अपराधों के लिए ,समाज की दिनों दिन बिगड़ती इस दशा पर चिंतन मनन कौन करेगा,समाज,प्रशासन,अभिभावक, शिक्षा,या धर्म?बात गंभीर है किंतु में अपनी बुद्धि और विवेक के अनुसार कुछ सुझाव अवश्य रखूंगा।
यौन अपराध, मुख्यतः किशोरों में परिवार स्थिति,और चिंतन पर निर्भर करते है, बढ़ता हुआ नशा व्यापार,पोर्न वीडियो, आग में घी का कार्य कर रहे हैं,इन अपराधों के लिए कोई एक व्यक्ति नहीं बल्कि पूरा समाज जिम्मेवार है।
अपराधों के मुख्य कारण और समाधान
१)माता पिता का बच्चो की गतिविधियों पर ध्यान की कमी।
समाधान: अ)परिवार प्रशिक्षण।
ब) अवयस्क अपराधों में माता पिता को भी दोषी माना जाय।
२)अपराधी के निवास स्थान के मोहल्ले के लोगों में अपराधियों की अनदेखी ।
समाधान : अ)मोहल्ला इकाई बनाई जाय,जिसमे सभी जाति धर्म के लोगों का प्रतिनिधित्व हो।
ब) स्थिति पर चिंतन मनन के लिए समय समय पर चौकी ,नगर पालिका, बस्ती आदि की बैठकें भी हों ।
३) सामाजिक कार्यकर्ताओ की कमी।
समाधान (अ) प्रत्येक घर से एक व्यक्ति राजनैतिक नेता नही सामाजिक कार्यकर्ता हो ।
ब)मोहल्ले की इकाई इन सामाजिक कार्यकताओं का सम्मान और इनको प्रत्साहित भी करे।
४)प्रशासन द्वारा जन गतिविधि निगरानी समितियों की कमी।
समाधान अ)शासन द्वारा जन गतिविधि नियंत्रण विभाग बनाना चाहिए।
ब) यही विभाग नशा और मानसिक स्थिति का भी ध्यान रखे।
५) शासन को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की चिंता की कमी।
समाधान अ)सरकार द्वारा प्रत्येक सरकारी स्वास्थ्य सेंटर पर मनोविज्ञान सलाहकार नियुक्त करने चाहिए।
ब)अपराध होने पर उस जगह नियुक्त मानसिक सलाहकार के कार्यों की समीक्षा भी होनी चाहिए।
यदि इन पांच सुझावों पर कार्य शुरू हो तो यौन अपराधो का नियंत्रण संभव है।

error: Content is protected !!