लक्ष्य को निर्धारित करते हुए आगे बढे़ युवा : ऋचा शर्मा

हाथरस। युवाओं के उज्जवल भविष्य के लिए कैरियर गाइड़लाइन वर्कशॉप का आयोजन।
युवा कार्यक्रम एवं भारत सरकार की खेल इकाई नेहरू युवा केन्द्र, हाथरस कि जिला युवा अधिकारी दिव्या शर्मा, लेखाकार एवं कार्यक्रम सहायक ऊषा सक्सेना के तत्वाधान में कैरियर गाइड लाइन वर्कशॉप पर विचार गोष्ठी का आयोजन हाथरस के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की प्राचार्य ऋचा शर्मा ने स्वामी जी के छवि चित्र पर मार्ल्यापण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
मुख्य अतिथि डाइट की प्राचार्या ऋचा शर्मा ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद जी के चरित्र से प्ररेणा लेनी चाहिए, बच्चे को अपने लक्ष्य को निर्धारित करते हुए आगे बढे़ एवं अपने राष्ट्र का नाम आगे बढ़ाये या उन्नत करें। उन्होंने कहा कि असफलता यह दर्शाती है कि सफलता का प्रयत्न मन से नहीं किया। इसलिए हम बड़ा लक्ष्य नहीं प्राप्त कर पाते एवं छोटे लक्ष्य को प्राप्त करके संतुष्ट रहना पड़ता है। उन्होंने नेहरू युवा केन्द्र को धन्यवाद दिया और कहा कि ऐसा कार्यक्रम हमारे डाइट में पहली बार हुआ है। नेहरू युवा केन्द्र द्वारा ऐसे कार्यक्रम हमारे यहां कराये जाये।
डाइट के उप प्राचार्य सुधीर कुमार ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हर साल बारहवीं के बाद करियर संवारने के सैकड़ों/हजारों मौके हमारे पास आते हैं लेकिन हम यह भूल जाते हैं कि अक्सर हमारी काबिलियत क्या है। हम क्या और किस क्षेत्र में बेहतर कर सकते हैं। हमारे लिए कौन सा विषय अच्छा रहेगा। हम किस तरह अपनी रूचि के विषय को अपने सपनों को करियर तक पहुंचने का जरिया बना सकते है। उन्होंने कहा कि हर तरफ कॉम्पिटिशन बहुत बढ़ रहा है। हमें क्या पता जो हमारे पास बैठा है वो कितना अच्छा पढ़ रहा है, और कितनी अच्छी तैयारी कर रहा है। टैक्निकल असिस्टेन्ट आई०ओ०सी०एल संध्या उपाध्याय ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि यहां हम 12वीं के बाद के पाठ्यक्रमों के बारे में चर्चा कर रहे है। 12वीं के बाद बेहतरीन कोर्स तय करना कठिन है, जब आप अपनी 12 वीं परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं, तो आप स्नातक पाठ्यक्रमों की अपेक्षा रखते हैं। उसके बाद आप संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी कर सकते हैं, संघ लोक सेवा आयोग द्वारा सिविल सेवा परीक्षा आयोजित की जाती हैं। सिविल सेवा परीक्षा एक राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता परीक्षा है। इस प्रतियोगिता के जरिए भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय वन सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और अन्य सिविल सेवाओं के लिए भारतीय युवाओं का चयन किया जाता है। सी०ए० अंशुल माहेश्वरी ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब युवा/युवती उच्च माध्यमिक स्तर पर प्रवेश करते हैं तो उनमें से ज्यादातर अपने भविष्य के बारे में चिंतित होते है। सबसे पहले 12वीं के बाद स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए सर्वोत्तम कोर्स चुनना शुरू करें। कुछ छात्र अपने पाठ्क्रम के उद्देश्य के सही कोर्स के बारे में जानते हैं। लेकिन कुछ छात्रों को यह पता नहीं है कि उनके कैरियर के लिए सबसे अच्छा कौन सा कोर्स है। स्नातक शिक्षा के क्षेत्र में हमारे कैरियर का पहला तरीका है कि जो कुछ भी आप चुनते हैं, वह आपकी रूचि और जुनून के अनुसार होना चाहिए। उन्होंन यह भी बताया कि सरकार द्वारा भी कई कोर्स कराये जाते हैं। जिसे हम स्नातक के साथ भी कर सकते है, कम्प्यूटर कोर्स, फैशन डिजाइनिग, सिलाई प्रशिक्षण आदि ऐसे कोर्स जिसे हम अपनी स्नातक की पढ़ाई के साथ कर सकते है। उन्होंने यह भी बताया कि सी०ए० बनने के लिए हम ऑनलाइन कोर्स कर सकते एवं क्लास ले सकते है। बैंक विभाग से प्रशान्त सिंह ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अपने जीवन में हर कोई सफल होना चाहता है लेकिन सभी को एक जैसी सफलता मिले ये जरूरी तो नहीं। जिंदगी में सफल होने का एक ही रास्ता है, सही समय पर सही करियर चुनना। लेकिन अक्सर देखा गया है कि छात्र इस बात को लेकर सबसे ज्यादा परेशान रहते है। कि हम किस फील्ड का चुनाव करें और किसका नहीं। अगर आप भी उन लोगों में से है, तो अपनी योग्यता और रूचि के आधार पर कैरियर फील्ड का चुनाव करें। एक सही कैरियर का चुनाव आपके न सिर्फ सभी सपनों को पूरस कर सकता है बल्कि जिंदगी में आप जो बनना चाहते है वो बन भी सकते है। हमारा कहना है कि हर युवा को अपनी लाइफ का कैरियर का चुनाव खुद करना चाहिए। डाइट के अध्यपाक राज किशोर यादव ने युवाओ ंको संबोधित करते हुए कहा कि हमारे करियर की दिशा काफी हद तक साफ हो जाती है। लेकिन इस समय हमें अपनी स्टडी और करियर के सारे निर्णय बहुत ध्यान से करने चाहिए। इससे फ्यूचर रिजल्ट्स बहुत ब्राइट होते है। ये उम्र का वो पड़ाव होता है जहां स्टूडेंट्स अपने ड्रीम करियर के सपनों की तलाश में निकल पड़ते हैं। इसके बाद युवा कॉलेजों और यनिवर्सिटीज का रूख करते है। अगर हमें अपने करियर गोल्स को पाने के लिए एक ठोस रणनीति की आवश्यकता होती है।
जिला युवा अधिकारी दिव्या शर्मा ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिना स्ट्रेटेजी के आगे बढ़ने से करियर में समस्याएं आ सकती है। अब देश में नई शिक्षा नीति के हिसाब से ग्रेजुएशन और अन्य कोर्सेज चल रहे हैं। इसके अनुरूप प्रवेश और कोर्स की अवधि भी बदली है। ऐसे में बेहतर होगा कि कॉलेजों में एडमिशन लेते वक्त अच्छे से सोच-समझ कर फैसला लिया जाए। अब मल्टीपल एंट्री और एग्जिट है।
लेखाकार एवं कार्यक्रम सहायक ऊषा सक्सेना ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारे यहां युवा सप्ताह का भी समापन है। इस युवा सप्ताह के बीच विभिन्न विकास खंडों में विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित किये गये। आज समापन के दिवस पर कुछ कार्यक्रम ऐसे भी थे जिनमें प्रतियोगिता कराई गई। इसमे कुछ विकास खंड के विजयी प्रतिभागी यहां उपस्थित हुए है। जिन्हें आज समापन के दिन सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने यह भी बताया कि हमारा यह नेहरू युवा केन्द्र युवाओं के लिए विभिन्न प्र्रकार कार्यक्रम आयोजित करता है जैसे खेल-कूद प्रशिक्षण, आवसीय प्रशिक्षण, विचार गोष्ठी आदि कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। इसमें सिर्फ 14 से 29 वर्ष के युवा प्रतिभाग करते है। युवा सप्ताह के तहत प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र एवं शील्ड़ देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सत्यनारायण यादव ने किया।
कार्यक्रम में महेश कुमार शर्मा, साक्षी उपाध्याय, सचिन वेन्देल, सौरभ कुमार, संतोष कुमार, सुधीर कुमार, करिश्मा, पूनम, अंवतिका, काजल, सिमरन, कौशल, कान्हा आदि उपस्थित रहे।
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