बुजुर्ग एवँ दिव्यागों को घर से मतदान करने के निर्वाचन आयोग के दाबे हवा हवाई, कई बुजुर्ग अभियान में छूटे

हाथरस। बुजुर्ग एवँ दिव्यागों को घर से मतदान करने के निर्वाचन आयोग के दाबे हवा हवाई साबित हो रहे है। कई बुजुर्ग ऐसे है जो चल नही सकते लेकिन निर्वाचन में लगे जिलास्तरीय अधिकारियों एवँ बीएलओ की लापरवाही के कारण अब यह बुजुर्ग शायद अपने मत का प्रयोग नही कर पाये।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गिर्राज कॉलोनी निवासी 92 वर्षीय प्रेमवती पत्नी जग्गनाथ भी वोट नही डाल पायेगी। वह पैरों से चलने में लाचार है। लेकिन बीएलओ की लापरवाही के कारण लोकतंत्र के उत्सव में अपने मत का उपयोग नही कर पायेंगे।
अलीगढ़ रोड स्थित कैलाश मंदिर के पास सरस्वती शिशु मंदिर वाली गली निवासी 94 वर्षीय सियाराम दीक्षित को भी घर पर वोट डालने की सुविधा नही मिली। उनका नाम भी बीएलओ ने 80 वर्ष से ऊपर वाले मतदाताओं वाली लिस्ट में नही भेजा । इसी गली के एक परिवार के तीन वोट भी बीएलओ ने काट दिये जब कि उक्त परिवार इसी गली में निवास करता है। हिमान्शु कुलश्रेष्ठ पुत्र सुनीत सजग एवँ सुनीत सजग पुत्र जगदम्बा प्रसाद के नाम वोटर लिस्ट में नही है जब कि इनके पास मतदाता पहचान पत्र है। सुनीत सजग का कहना है कि उन्होंने सभी निर्वाचन में अब तक वोट किया है। मतदाता सूची से उनका नाम क्यों हटाया गया है वह नही जानते लेकिन इसकी शिकायत वह जिला निर्वाचन अधिकारी एवँ मुख्य चुनाव आयोग को करेंगे। वहीँ वोट नही डाल पाने के कारण युवा हिमान्शु काफी निराश है । उक्त मामले की शिकायत वार्ड 23 के सभासद प्रतिनिधि एवँ समाजिक कार्यकर्ता आशीष सेंगर ने जिला निर्वाचन अधिकारी रमेश रंजन एवँ उपजिलाधिकारी सदर अंजली गंगवार को उनके सरकारी नंबर पर वट्सअप के माध्यम से दर्ज कराई है।
जिला निर्वाचन अधिकारी लापरवाह अधिकारियों एवं बीएलओ के खिलाफ क्या कार्यवाही करते है यह तो आने वाला समय ही बतायेगा लेकिन मत नही डालने की कशक इन बुजुर्ग को जरूर बनी रहेगी।

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