हर्षोल्लास से मनाया गया अनन्य नृपति श्री स्वामी हरिदास जी महाराज का 508 वां प्राकट्य महोत्सव

हाथरस। गत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी हमारे नगर बृजद्वार देहरी हाथरस में अनन्य नृपति श्री स्वामी हरिदास जी महाराज का 508 वां प्राकट्य महोत्सव श्री राधाष्टमी उत्सव श्री मोहिनीबिहारी संकीर्तन मंडल, हाथरस के संयोजन में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मंदिर श्री गोपाल जी महाराज विराजमान किला श्री दाऊजी महाराज, हाथरस पर मनाया गया। सर्वप्रथम प्रातः बेला में आचार्य पं० श्री मेघश्याम जी मिश्र जी के आचार्यत्व में संकीर्तन मंडल के सदस्यों के द्वारा श्री गोपाल जी महाराज का पंचामृत अभिषेक एवं श्री स्वामी जी महाराज का पूजन किया गया। साँय काल श्री टटिया स्थान श्रीधाम वृन्दावन से पधारे बाबा श्री लाल बिहारी दास (कान्हा गुरु) जी एवं श्री केशव दास जी के सानिध्य में बधाई समाज का आयोजन हुआ जिसमें श्री मोहन श्याम दीक्षित जी एवं भैया श्री ललित दीक्षित जी के द्वारा *प्रथम लड़ाऊँ श्री गुरु वंदन कर श्री हरिदास, विपुल प्रेम निज नेम गहि कहि सुजस बिहारिणदास।* के माध्यम से समाज का प्रारम्भ किया उसके बाद श्याम प्यारी कुंजबिहारी जय जय श्री हरिदास दुलारी की धुन के माध्यम तो पूरे वातावरण को श्री स्वामी जी के आनंद में रंग दिया। ललित भैया के द्वारा अनेक पदों का एवं भजनों का गायन किया गया।
मथुरा से पधारे श्री राजू चतुर्वेदी जी के द्वारा शास्त्रीय संगीत में प्रयोग होने वाले एक वाद्य इसराज का वादन श्री दाऊजी महाराज एवं श्री गोपाल जी महाराज के सम्मुख किया।
उत्सव में मुख्य रूप से श्री बिल्लू गुरु, श्री पुजारी जी, श्री नंदा गुरु, पवन वशिष्ठ, पारस जाँगिड़, गोपाल वार्ष्णेय, हरिमोहन वार्ष्णेय, मनीष शर्मा, हिमांशु, अन्नू, रूपेश, गोविंद, कृष्णा एवं श्री मोहिनीबिहारी संकीर्तन मंडल के सभी सदस्य गण।

error: Content is protected !!