बसई बस्तौर पैक्स में सचिव पर लगा गंभीर अनियमितताओं और चार्ज न सौंपने का आरोप
भारतीय किसान यूनियन (भानू) के पदाधिकारियों ने विकास भवन पहुँचकर विकास भवन ऐ आर कॉपरेटिव को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने खाद की समस्याओं और बी-पैक्स बसई बस्तौर में चल रहे प्रशासनिक गतिरोध पर तत्काल कार्रवाई की मांग की। भाकियू ने आरोप लगाया है कि पूर्व सचिव फूलशाह अपना स्थानांतरण हो जाने के बावजूद भी नए सचिव को चार्ज नहीं सौंप रहे हैं, जिससे किसानों को खाद वितरण में भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञापन में बताया गया है कि बी-पैक्स बसई बस्तौर पर फूलशाह का स्थानांतरण अमृतपुर असदपुर की पैक्स पर दिनांक 14-08-2025 को ही किया जा चुका है। उनके स्थान पर पहले मुनेश पाल सिंह और बाद में दिनांक 09-01-2025 को हुब्वलाल को सदस्य-सचिव, जिला प्रशासनिक कमेटी द्वारा नियुक्त किया गया है। हुब्वलाल ने समिति पर योगदान भी कर लिया है और उन्हें बैंक खातों के परिचालन के लिए अधिकृत भी कर दिया गया है।बावजूद इसके, पूर्व सचिव फूलशाह ने नए सचिव हुब्वलाल को अभिलेखों का चार्ज नहीं सौंपा है, जिससे समिति का कार्य सुचारू रूप से नहीं चल पा रहा है भाकियू के अनुसार फूलशाह के विरुद्ध महाप्रबंधक जिला सहकारी बैंक अलीगढ़ द्वारा जाँच के आदेश भी जारी किए जा चुके हैं। यूनियन ने आरोप लगाया है कि फूलशाह जाँच को प्रभावित करने और अपनी वित्तीय अनियमितताओं को छिपाने के उद्देश्य से चार्ज नहीं सौंप रहे हैं। ज्ञापन में यह भी गंभीर आरोप लगाया गया है कि फूलशाह ने समिति पर रखे पाँच बड़े लोहे के गेट व अन्य सामान बगैर प्रस्ताव के चोरी-छिपे बेच दिए हैं। इसके अलावा, खाद की बिक्री का कुछ पैसा भी रोक लिया गया है, जिसे यूनियन ने गबन की श्रेणी में माना है। किसानों को खाद वितरण में देरी: यूनियन ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि खरीफ की फसल के लिए किसानों को खाद प्राप्त नहीं हुआ और अब रबी की फसल की बुवाई निकट है, जिसके लिए किसानों को खाद की तत्काल आवश्यकता है। प्रशासनिक गतिरोध और वित्तीय अनियमितताओं के कारण खाद वितरण में देरी हो रही है। भाकियू (भानू) के पदाधिकारियों ने जनहित में तत्काल निम्न कार्रवाई की मांग की है बी-पैक्स बसई बस्तौर के गोदाम/स्टॉक को तुरंत सील किया जाए, ताकि अनियमितताओं को रोका जा सके और स्टॉक की सुरक्षा सुनिश्चित हो। समिति पर तत्काल प्रभाव से किसानों को खाद की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, ताकि रबी की बुवाई प्रभावित न हो। पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया और किसानों को खाद उपलब्ध नहीं हुई, तो भाकियू आंदोलन के लिए बाध्य होगी।